राँची के कोचिंग संचालक की पंडिपुरिंग जलप्रपात में डूबने से मौत,दो छात्र बाल-बाल बचे,पिकनिक मनाने गए थे…
खूंटी।झारखण्ड के खूंटी जिले के तोरपा स्थित पंडिपुरिंग जलप्रपात में डूबने से राँची के एक कोचिंग संचालक संतोष कुमार मेहता की मौत हो गयी है।वह रातू रोड में अध्ययन केंद्र नामक कोचिंग सेंटर के निदेशक थे। वह लातेहार जिले के टोरी चंदवा के रहने वाले थे।
मिली जानकारी के अनुसार अध्ययन केंद्र राँची से करीब 40 लोग पिकनिक मनाने पंडिपुरिंग जलप्रपात पहुंचे थे।इनमें केंद्र में पढ़ने वाले विद्यार्थी व शिक्षक शामिल थे।सभी एक बस से पंडिपुरिंग जलप्रपात पहुंचे थे। सेंटर के शिक्षकों ने बताया कि यहां कुछ लोग खाना बनाने में व्यस्त हो गए। कुछ लोग नदी में नहाने चले गए। संतोष कुमार मेहता व सेंटर के दो छात्र रितेश व अमन भी नदी में नहाने चले गए। इसी बीच संतोष अचानक पानी में डूबने लगे,यह देख रितेश व अमन उन्हें बचाने के लिए आगे बढ़े।उन्होंने संतोष का हाथ पकड़कर बाहर निकालने की कोशिश की, परन्तु इस क्रम में रितेश व अमन भी डूबने लगे।वहां नहा रहे अन्य लोगों ने दोनों को बचाया।लोगों ने संतोष को भी बचाने की कोशिश की,परन्तु वे पानी में अंदर डूब गए।
सूचना पाकर पर्यटन मित्र वहां पहुंचे।उन्होंने पानी के अंदर जाकर संतोष को बाहर निकाला। उन्हें बस से रेफरल अस्पताल तोरपा लाया गया, परन्तु अस्पताल पहुंचने के पूर्व ही उनकी मौत हो गयी थी।बताया जाता है है कि संतोष कुमर मेहता (35 वर्ष) के साथ पिकनिक मनाने आये उनके सहकर्मी व विद्यार्थी इस घटना से मर्माहत हैं। संतोष अपने घर के इकलौते पुत्र थे।उनकी मौत की खबर सुन परिवारवालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
बता दें पंडिपुरिंग जलप्रपात में डूबने की यह पांचवीं घटना है। इसके पूर्व लोहाजिमी के एक युवक महेन्द्र चीक बड़ाइक की मौत पंडिपुरिंग में डूबने से हुई थी। वह वहां मछली मारने गया था। इसी क्रम में नदी में डूब गया था। इसके अलावा बीते 21 जनवरी को राँची के शुभम मिश्रा, 28 जनवरी को खूंटी के युवक रौनक़ माथुर तथा 29 जनवरी को राँची के छात्र सन्नी बारला की मौत पंडिपुरिंग में डूबने से हो गयी थी। सभी पिकनिक मनाने पंडिपुरिंग पहुंचे थे।