सीएम हेमंत सोरेन ने राँची के कांटाटोली और सिरमटोली फ्लाईओवर निर्माण कार्य की समीक्षा की,उन्होंने कहा कि दोनों ही फ्लाईओवर का निर्माण तय समय तक हर हाल में हो जाना चाहिए…
राँची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी राँची में बन रहे कांटाटोली फ्लाईओवर और सिरमटोली फ्लाईओवर के कार्यों के प्रगति की समीक्षा की।इस दौरान उन्होंने कांटाटोली और सिरमटोली फ्लाईओवर के जंक्शन पर ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखने की दिशा में उठाए जा रहे तकनीकी पहलुओं की जानकारी जुडको और पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर्स से ली। मुख्यमंत्री ने दोनों फ्लाईओवर के जंक्शन पर स्मूथ ट्रैफिक के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिये।मुख्यमंत्री ने दोनों फ्लाईओवर के निर्माण के क्रम में यूटिलिटी शिफ्टिंग को लेकर भी अधिकारियों से जानकारी लेते हुए कई आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने इंजीनियर्स से कहा कि अगर फ्लाईओवर को लेकर किसी तरह की तकनीकी अड़चन आ रही है, तो उसका अविलंब समाधान निकाला जाए। उन्होंने कहा कि दोनों ही फ्लाईओवर का निर्माण तय समय तक हर हाल में हो जाना चाहिए।इस मौके पर अधिकारियों ने बताया कि कांटाटोली और सिरमटोली फ्लाईओवर निर्माण में आधुनिकतम तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस मौके पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव वंदना डाडेल और पथ निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार मौजूद थे।
बता दें कि राजधानी के कांटाटोली फ्लाईओवर का निर्माण 224 करोड़ की लागत से हो रहा है। शुरुआत में इसके निर्माण को लेकर 40 करोड़ की डीपीआर बनी थी, लेकिन लेकिन धीरे-धीरे इसकी लागत 224 करोड़ तक जा पहुंची।वहीं, सिरमटोली फ्लाईओवर के निर्माण की लागत 337 करोड़ रुपये है।यह फ्लाईओवर सिरमटोली से राजेंद्र चौक होते हुए मेकन गोलचक्कर तक जाएगा। राजेंद्र चौक से होते हुए मेकन कॉलोनी तक चार लेन में इसका निर्माण होगा। वहीं, ब्रिज का एक हिस्सा राजेंद्र चौक से नेपाल हाउस की ओर उतरेगा।यह हिस्सा दो लेन का होगा। चार लेनवाले ब्रिज की लंबाई 1632 मीटर और दो लेन वाले की लंबाई 295 मीटर होगी।