तीसरे व चौथे चरण में राज्य के 1500 सौ मतदान केन्द्रों से किया जाएगा लाईव प्र्रसारणः मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी
तीसरे व चाौथे चरण के मतदान की स्थिति से अवगत होने गिरिडीह पहुंचे मुख्य चुनाव पदाधिकारी व पुलिस एडीजी के साथ आईजी व दो आईजी
गैर नक्सल इलाके के संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों में भी दिया जाएगा पारा मिलिट्री जवानः मुरारी लाल मीणा
शहर के बरवाडीह पुलिस लाईन में अधिकारियों के साथ किया बैठक
गिरिडीहः दुसरे चरण के मतदान के दौरान सूबे के कुछ मतदान केन्द्रों में हुए हिंसक वारदात को राज्य चुनाव आयोग और पुलिस मुख्यालय ने सबक सीखते हुए तीसरे और चाौथे चरण के मतदान को गंभीरता से लिया है। मंगलवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय चाौबे और एडीजी सह पुलिस प्रवक्ता मुरारी लाल मीणा के साथ आईजी मानवाधिकारी नवीन सिंह, डीआईजी साकेत सिंह हेलीकाॅप्टर से गिरिडीह पहुंचे। जहां हवाई अड्डा में डीसी राहुल सिन्हा, एसपी सुरेन्द्र झा और सदर एसडीएम राजेश प्रजापति ने अधिकारियों का स्वागत बुके देकर किया। इस दौरान बरवाडीह पुलिस लाईन में चुनाव को लेकर बेहद हाईलेबल मीटिंग हुई। जिसमें तीसरे चरण में गिरिडीह के धनवार विस और चाौथे चरण में जिलें के पांच विस सीटों पर होने वाले मतदान की रणनीति बनाई गई। एसपी के सभा कक्ष में बंद कमरे में लगातार चार घंटे तक चले बैठक में जिलें के नक्सल प्रभावित के अतिसंवेदनशील और संवेदनशील बूथों के साथ गैर नक्सल प्रभावित के अतिसंवेदनशील और संवेदनशील बूथों पर शांतिपूर्ण चुनाव कराने की चर्चा हुई। प्रोजेक्टर के माध्यम से जिलें के नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्रों को दिखाया गया। साथ ही इन मतदान केन्द्रों से लेकर कलस्टर तक पहुंचने वाले रास्तों को चिन्हित किया गया। पुलिस सूत्रों की मानें तो हाईलेवल मीटिंग से पुलिस निरीक्षक और एसआई स्तर के पदाधिकारियों को दूर रखा गया था। जिसमें गिरिडीह के डीसी राहुल सिन्हा, एसपी सुरेन्द्र झा, एएसपी दीपक कुमार को खास टाॅस्क दिया गया।
वहीं बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय चाौबे ने कहा कि शंातिपूर्ण चुनाव को लेकर गिरिडीह के दोनों अधिकारियों को कई निर्देश दिया गया है। चुनाव आयोग हर स्तर पर समीक्षा करने के लिए ही जिलास्तर पर माॅनिटरिंग कर रहा है। क्योंकि दुसरे चरण में हुए हिंसक वारदात के बाद अब चुनाव आयोग कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है। एक सवाल के जवाब में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी चाौबे ने पहले और दुसरे चरण के मतदान के दौरान गिरते मतदान के प्रतिशत पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि स्वीप कार्यक्रम पूरे राज्य में चलाया गया। बावजूद मतदान का प्रतिशत कम दर्ज किया गया है। लिहाजा, चुनाव आयोग वोटरों से अपील ही कर सकता है कि हर वोटर अपना मतदान का इस्तेमाल करें। एक सवाल के जवाब में निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि इस बार चुनाव में कई रिसर्च किया गया है। जिसमें यह तय किया गया है कि संवेदनशील और अतिसंवेदनशील पर वेबकास्टिंग यानि, लाईव प्रसारण की व्यवस्था की गई है। कहा कि तीसरे चरण में सूबे के 5500 सौ मतदान केन्द्रों में 1500 मतदान केन्द्र पर लाईव प्रसारण करने किया जाएगा।
इधर संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में एडीजी मुरारी लाल मीणा ने कहा कि नक्सल बाहर और भीतर दोनों स्थानों पर है। लिहाजा, पारा मिलिट्री सुरक्षा बल के जवानों को तैनात किया जाएगा। इसके लिए राज्य के हर जिलें के डीसी व एसपी से जितने संसाधन और सुरक्षा बल के जवान का मांग किया गया। उतना संसाधन और सुरक्षा बल मुहैया कराया जा रहा है। खास तौर पर जिलें के नक्सल प्रभावित इलाके के संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल को तैनात किया जा रहा है। साथ ही जिलें के गैरनक्सल प्रभावित इलाके के संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर भी पारा मिलिट्री जवानों की प्रतिनियुक्ती किया जाएगा। हालांकि एडीजी ने नक्सल प्रभावित इलाके के बूथों में शांतिपूर्ण मतदान को प्राथमिकता बताते हुए कहा कि नक्सल प्रभावित बूथों के बाद गैर नक्सल प्रभावित इलाके के मतदान केन्द्रों में पारा मिलिट्री जवानों को दिया जाएगा। एक सवाल के जवाब में एडीजी ने कहा कि पिछले लोस चुनाव में पारा मिलिट्री सुरक्षा बल दिए बगैर भी शांतिपूर्ण मतदान ही हुआ था। कोई गड़बड़ नहीं हुआ, और ना ही रिपोल कराने की जरुरत महसूस हुई। लिहाजा, हर चुनाव का माहौल अलग-अलग होता है, विस चुनाव का माहौल और सघनता व संवेदनशीलता अधिक होती है। ऐसे में इस चुनाव में पारा मिलिट्री जवानों को हर हाल में लगाया जाएगा। इधर पुलिस लाईन में हुए हाईलेवल मीटिंग में सदर एसडीपीओ कुमार गौरव के अलावे डीएसपी विनोद रवानी भी मौजूद थे।