बिहार पुलिस को मिली बड़ी सफलता, मोस्टवांटेड नक्सली कविजी हुआ गिरफ्तार
पटना। बिहार पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी मिली है।पटना की पालीगंज पुलिस ने ख़िरीमोड थाना के दहिया गांव से कृष्ण बलभ लाल उर्फ कविजी को गिरफ्तार किया है जो कि बिहार के बहुचर्चित जहानाबाद जेल ब्रेक कांड का भी मास्टर माइंड बताया जाता है. मोस्टवांटेड कवि जी नक्सलियों के हार्डकोर दस्ते का जोनल कमांडर बताया जाता है जिसे पटना पुलिस काफी दिनों से तलाश कर रही थी।
दो साल से गांव में छिपा था कवि जी
उस पर हत्या, लूट, डकैती, लेवी वसूलने के अलावे माओवादी गतिविधि में संलिप्त रहने के कई केस दर्ज हैं. पालीगंज डीएसपी मनोज कुमार पांडेय के अनुसार कवि जी पर करीब बीस संगीन मामले दर्ज हैं. उसके खिलाफ मसौढ़ी, जहानाबाद, अरवल, किंजर, करपी, पालीगंज के थानों में पचास से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. गिरफ्तर नक्सली मुख्यतः मसौढ़ी थाना के साडीह का रहने वाला है लेकिन इधर करीब दो वर्षों से पालीगंज के दहिया गांव में छिपकर रह रहा था. इसकी गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी कामयाबी मान रही है।
लहसुन-प्याज खरीदने के बहाने से गांव में घुसी पुलिस
मोस्टवांटेड कवि जी बहुत ही शातिर था और थोड़ी भनक मिलते ही वह गांव से फरार हो जाता था, ऐसे में अपराधियों के तरह पुलिस ने भी उसी तरीके का प्लान बनाया और गांव में अपने मुखबिरों को लहसुन प्याज खरीदने के बहाने बनाकर घुसी और गांव को चारों तरफ से सील कर दिया. पुलिस के मुखबिरों द्वारा गांव में ये बताया गया कि वो लोग बड़ी मात्रा में लहसुन-प्याज की खरीददारी करने आये हैं. चुकी इस गांव में खेती बड़े पैमाने पर की जाती है और यहां लहुसन-प्याज की उपज काफी होती है ऐसे में कुख्यात शातिर कवि जी पुलिस की इस चाल को समझ नहीं पाया और पुलिस ने उसे गांव के बाहर एक बगीचे से पकड़ लिया।
ईंट भट्ठों से वसूलता था रंगदारी
सोमवार की रात पुलिस ने कविजी को खिड़ीमोड थाने क्षेत्र के दहिया गांव से गुप्त सूचना पर छापेमारी कर गिरफ्तार किया. इसके साथ ही तीन अन्य हत्या के आरोपी को भी गिरफ्तार कर पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की. कवि जी इलाके में रहकर ईंट भट्ठा मालिकों से लेवी वसूली का काम कर रहा था. ईंट भठ्ठे मालिको की नींद हराम कर रखी थी. वो ईंट भट्ठा मालिकों से लगातार लेवी देने के लिए दबाव बना रहा था साथ ही लेवी नहीं देने पर जान से मारने की धमकियां भी दे रहा था।वो पुलिस के रडार पर कई महीनों से था।पटना पुलिस इसके लिए व्यापक रूप से गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रखी थी।अनुमण्डल पुलिस ने तीन अन्य हत्या के आरोपियों जुगनू सिंह, राजकुमार और सुरेंद्र यादव को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है।