सावधान:एटीएम में बने ड्रॉप बॉक्स से चेक की हो रही है चोरी,शहर में नया गिरोह हुआ सक्रिय !
-क्लब कॉम्पलेक्स में इंडसइंड बैंक के लगे ड्रॉप बाक्स से कई चेक की हुई चोरी, ग्राहकों की शिकायतों के बाद हुआ खुलासा, चुटिया थाना में मामला दर्ज
— चेक में टेंपरिंग कर पैसे निकालने की भी हुई कोशिश, अब पुलिस सीसीटीवी फुटेज से करेगी जांच, कौन लोग शामिल है चेक चुराने के इस नए धंधे में
राँची। ग्राहकों की सुविधा के लिए कई बैंकों ने अपने एटीएम में चेक डालने के लिए ड्राप बाक्स लगा रखा है। ग्राहक इन ड्राप बॉक्सों में चेक भी डालते है। लेकिन आजकल एक नया गिरोह शहर में सक्रिय हुआ है। जो इन ड्रॉप बाक्स से चेक की चोरी कर रहा है। चेक में टेंपरिंग कर उसे भंजाने की कोशिश की जा रही है। इस नए तरह के गिरोह का खुलासा हुआ है। इंडसइंड बैंक की ओर से चुटिया थाना में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। दर्ज प्राथमिकी में बताया गया है कि इंडसइंड बैंक का चेक ड्राप बाक्स क्लब कॉम्पलेक्स में है। 13 से 16 मार्च के बीच बैंक में चार दिनों की छुट्टी थी। इसी दौरान पांच अलग अलग कंपनियों के करीब 13 चेक की चोरी हो गई। गिरोह के सदस्यों ने इन चेक में टेंपरिंग कर पैसे भंजाने की भी कोशिश की। जब इन कंपनियों के चेक की राशि उनके खाते में नहीं क्लियर हुई तब इनकी ओर से शिकायत बैंक को की गई। बैंक के अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जब इसकी जांच शुरू की तो पाया कि कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा ड्राप से चेक की चोरी की गई है।
इन कंपनियों के चेक चुराए गए
— शिव शक्ति इंटरप्राइजेज का करीब 8 लाख का चेक
— एमिल फार्मास्युटिकल लिमिटेड का सात चेक करीब 3.60 लाख के
— मेडी सिंडिकेट के चार चेक करीब 2.55 लाख रुपए के
— इंडियन सिक्युरिटी यूटिलिटी सर्विसेज के दो चेक करीब 83 हजार रुपए के
10 मार्च को ड्राप बाक्स से चोरी करते पाए गए दो लोग
ग्राहकों की शिकायत पर जब बैंक ने मामले की जांच शुरू की पाया 10 मार्च को दो असामाजिक तत्वों द्वारा एटीएम ड्राप बाक्स से चेक चुरा रहे है। इन दोनों के द्वारा की चोरी के चेक को टेंपर्ड कर बैंक में दूसरे नाम के खाते में जमा कर भंजाने की कोशिश की गई।कामयाब नहीं हो सका क्योंकि बैंक से चेक वाले खाताधारक को फोन किया तब ठगी होने से बचा। लेकिन ये कौन है और इनके गिरोह में कितने लोग शामिल है इसकी जानकारी बैंक को नहीं मिल सकी। जिसके बाद बैंक की ओर से चुटिया थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। अब पुलिस मामले की जांच कर यह पता लगाएगी कि इस नए गिरोह को कौन लोग संचालित कर रहे है।