आशा संस्था ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष की उपस्थिति में एक साथ 200 बच्चों का मनाया जन्मदिन
राँची। आशा संस्था के राँची स्थित भूसूर सेंटर में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री नंदकुमार सोय उपस्थित रहे। राँची के भूसुर स्थित आशा संस्था में एक साथ 200 बच्चों का जन्मदिन मनाया गया। जन्मदिन कार्यक्रम बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में खूंटी, रांची के अलावा सरायकेला खरसावां के आशा सेंटर के बच्चे उपस्थित थे।
संस्था के काम से प्रभावित हुए श्री सोय
संस्था की तारीफ करते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि मानव तस्करी, असुरक्षित पलायन और बच्चों के साथ हिंसा तभी समाप्त होगा जब इस तरह से कार्य समाज में जिम्मेवारी लेकर लोग करने लगेंगे। श्री सोय ने कई कहानियां एवं भारत के सांस्कृतिक, आध्यात्मिक व शैक्षणिक बातों का जिक्र करते हुए बच्चों में उत्साह भरने का काम किया।
श्री सोय ने बताया ने बताया कि उन्होंने नमक क्यों छोड़े
कार्यक्रम के दौरान श्री सोय ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के एक गांव में शराब के खिलाफ उन्होंने काम उठाया तो लोगों ने कहा कि जिस तरह आप नमक खाना नहीं छोड़ सकते हैं, उसी तरह से हम शराब पीना नहीं छोड़ सकते हैं। यह बात 1970 की है और उसी समय उन्होंने नमक खाना छोड़ दिया इस उम्मीद से कि लोग शराब पीना छोड़ देंगे। इस प्रकार कई बातों पर उन्होंने जिक्र किए और बच्चों को सही दिशा सही रास्ते में चलने को प्रेरित किए।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान एवं स्वागत भाषण से किया गया संस्था के अध्यक्ष पूनम टोप्पो ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी उसके बाद आशा संस्था के सचिव अजय कुमार ने संस्था के शुरुआती दौर से आज तक के सफर संघर्ष एवं बच्चों के लालन-पालन महिलाओं के समस्याओं पर विस्तार से बताए। दिल्ली से आए वीरेंद्र जायसवाल जी ने अध्यक्ष के जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि अपने जीवन काल में किन परिस्थितियों में संघर्ष को पार करते हुए इस मुकाम तक पहुंचे हैं और आदिवासी कला संस्कृति परंपराओं को बचाए रखने में संघर्ष कर रहे हैं। आश्वासन दिया है कि बच्चों को हर संभव मदद एवं सहयोग बना रहेगा।
ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति आयोग झारखंड से मीनाक्षी जी, सामाजिक कार्यकर्ता ज्ञान प्रकाश, रमेश कुमार, आरती जी, अतुल जी, संजय सिंह, के अलावा आशा संस्था के सचिव अजय कुमार, पूनम टोप्पो, सपन जायसवाल, संध्या, रानी, मोनिका, सीता, मुन्नी, अनिल कुमार, चरिया, लीलासी उपस्थित थे।