Ranchi:मिड-डे मील के खाते से 101 करोड़ रुपये के फर्जी हस्तांतरण के आरोपी संजय तिवारी पर अरगोड़ा थाना में एक और प्राथमिकी दर्ज….

–एनएचएआई के आदेश पर दर्ज हुआ है प्राथमिकी,जाली पहचान पत्र पर फोटो था संजय तिवारी का नाम लिखा था सरोज सिंह

राँची।मिड डे मील के खाते से 101 करोड़ रुपए के फर्जी हस्तांतरण के आरोपी भानु कंस्ट्रक्शन के संचालक संजय तिवारी पर अरगोड़ा थाना में एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस बार उसके विरुद्ध प्राथमिकी एनएचएआई का जाली पहचान पत्र बनाकर उसका इस्तेमाल करने के मामले में दर्ज हुआ है। प्राथमिकी एनएचएआई के अधिकारियों के निर्देश पर एक मार्च को भादवि की धारा 419, 420,466,467,468 व 471 के तहत दर्ज हुआ है।ईडी संजय तिवारी के विरुद्ध मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अनुसंधान कर रहा है। उसके विरुद्ध सीबीआई ने सरकारी राजकोष से गबन के मामले में आरसी12ए-2017 दर्ज है। ईडी के अनुसंधान में इस बात का खुलासा हुआ था कि संजय तिवारी अपनी लग्जरी गाड़ियों में फर्जी नंबर लगाकर उसका उपयोग कर रहा है।यह बात भी सामने आई थी कि वह एनएचएआई का जाली पहचान पत्र बनवाकर उसका इस्तेमाल करता है। फर्जी नंबर मामले में संजय तिवारी के विरुद्ध अरगोड़ा थाने में पहले दर्ज हो गई थी। लेकिन एनएचएआई के फर्जी पहचान पत्र मामले में मामला दर्ज नहीं हुआ था।संजय तिवारी ने जो एनएचएआई का फर्जी पहचान पत्र बनवा रखा था उसमें पीआईयू हेड उसका पदनाम था। जिसका कर्मचारी आईडी संख्या एनएचएआईपीआईयू0001आरएनसी लिखा हुआ था। ईडी ने अनुसंधान के दौरान उक्त आईडी कार्ड बरामद किए थे। जिसपर संजय तिवारी का फोटो लगा हुआ था। उसपर नाम सरोज सिंह अंकित था।

टोल प्लाजा में करता था फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल

दर्ज प्राथमिकी में बताया गया है कि संजय तिवारी फर्जी पहचान का इस्तेमाल राष्ट्रीय राजमार्ग के टोल प्लाजा पर किया करता था। ताकि कोई उससे टॉल नहीं ले और ना ही टोल का कोई कर्मचारी उसे ज्यादा देर तक रोके। क्योंकि वह पुलिस और ईडी से लगातार बचता फिर रहा था। इसलिए उसने एनएचआईए के अधिकारी का जाली पहचान पत्र बनवा रखा था।