शादी के एक साल बाद ही गर्भवती महिला काे पीट-पीटकर मार डाला,कुएं में संदिग्ध अवस्था में मिला महिला का शव
गिरिडीह।जिले के बिरनी थाना क्षेत्र के पुरनानगर गांव के कुएं में एक गर्भवती महिला का शव मिला।ग्रामीणों ने हत्या की आशंका जतायी है। मृतक महिला का नाम सरस्वती देवी पिता बासुदेव यादव बिरनी थाना क्षेत्र के पुरनानगर गांव की रहने वाली थी।बताया जाता है कि पिछले वर्ष ग्राम कररी पंचायत माखमारगो निवासी सोनू यादव पिता दौलत यादव के साथ हिन्दू रीति रिवाज के साथ विवाह हुआ था। घटना के बाबत मृतका सरस्वती देवी के पिता बासुदेव यादव ने बिरनी थाना में बेटी की हत्या कर कुएं में डालने का आरोप लगाया है।मृतका के पिता बासुदेव यादव ने अपने दामाद सोनू यादव, पिता दौलत यादव, सास मंजू देवी पर दहेज के लिए बेटी सरस्वती देवी को विवाह के 6 महीने बाद से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। कहा है कि विवाह के 6 महीने बाद मायके से कूलर, फ्रिज व एक लाख रुपये नकद की मांग मृतका के पति व ससुराल वाले कर रहे थे।इसे लेकर शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। जिसकी सूचना बेटी ने उन लोगों को दिया। लेकिन इस नाजायज मांग को पूरा करने में वे लाेग असमर्थ थे। क्योंकि एक वर्ष पूर्व ही दहेज में मोटी रकम के साथ काफी समान दे चुके थे।जिसके बाद बेटी को जान से मार देने की बराबर ससुराल पक्ष से दिया जा रहा था। इसी क्रम में रविवार (20/03/22 )को समय लगभग 7:30 सुबह दामाद फोन पर बताया कि आपकी पुत्री सरस्वती कुमारी की कुआं में डूबने से मौत हो गई है। जबकि उसकी बेटी आत्महत्या कर ही नहीं सकती है।
पिता का आराेप है कि पति सोनू यादव, ससुर दौलत यादव व सास मंजू देवी ने सरस्वती की हत्या कर शव काे कुआं में डाल दिया है। ताकि लाेग समझे कि उसने आत्महत्या की है। उन्हाेंने दाेषियाें के खिलाफ कठाेर से कठाेर कार्रवाइ की मांग पुलिस प्रशासन से की है। वहीं घटना के बाद सारे आराेपी फरार हैं।
इधर थाना प्रभारी शर्मानंद सिंह ने मामले काे गंभीरता से लेकर कांड संख्या 55/22 के तहत मामला दर्ज कर शव को कब्जे ले लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेज दिया और पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला हत्या का लग रहा है।लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सच्चाइ सामने आएगी। जांच में अगर हत्या का मामला सामने आता है तो दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। कानूनी प्रक्रिया के तहत दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।