डीजीपी ने साईबर अपराध की रोकथाम हेतु जिले के सभी एसपी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की समीक्षा बैठक
राँची।झारखण्ड पुलिस मुख्यालय के सभागार में मंगलवार को डीजीपी अनुराग गुप्ता की अध्यक्षता में साईबर अपराध से संबंधित धोखाधड़ी वाले APK (Android Application Pakage) ऐप से बचने/सुरक्षित रहने हेतु समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।इस बैठक में अनजाने/धोखाधड़ी वाले APK (Android Application Pakage) ऐप से संबंधित विभिन्न सुरक्षा नीतियों की व्यापक रूप से समीक्षा की गई।
समीक्षा के क्रम मे पुलिस अधीक्षक, जामताड़ा द्वारा साईबर अपराध की रोकथाम से संबंधित पी०पी०टी० के माध्यम से प्रस्तुती दी गयी साथ ही साथ बताया गया कि साईबर अपराधी असली ऐप्स की तरह दिखने वाली नकली APK फाइल्स में मैलवेयर और वायरस छिपाकर यूजर्स के डिवाइस में इंस्टॉल करवाते हैं जिससे लोगों का निजी डाटा चोरी कर बैंकिंग जानकारी प्राप्त कर डिवाइस को रिमोट कंट्रोल में ले लेते हैं जिससे साईबर अपराधी अपराध करने में सफल हो जाते हैं।
साईबर अपराध से बचने एवं सुरक्षित रहने हेतु पुलिस महानिदेशक द्वारा सभी पुलिस अधीक्षकों को आम लोगों को जागरूक कराने हेतु निम्नांकित सुझाव दिया गयाः-
1.केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करें।
2.अपने फोन में विश्वसनीय एंटी वायरस ऐप इस्टॉल करें।
3.अनजान स्रोतों से कोई भी ऐप डाउनलोड न करें।
4.सिस्टम को हमेशा अपडेट रखना सुनिश्चित करें।
5.सार्वजनिक स्थलों पर ब्लूटूथ और वाई-फाई प्रयोग करने पर विशेष ध्यान दें।
6.संदिग्ध कॉल्स/विज्ञापनों/लिंक / गतिविधि/मुफ्त ऑफर आदि को नजरअंदाज करें।
7.सिस्टम में ऑटोमैटिक डाउनलोड मोड को बद रखना सुनिश्चित करें।
8.साईबर अपराध की रोकथाम हेतु पुलिस द्वारा चलाये जा रहे जागरूकता अभियान में निश्चित रूप से भाग लें।
उपरोक्त दिए गए सुझाव से सभी पुलिस अधीक्षक आम जनता के बीच व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करेंगे।
इस बैठक में डीजीपी अनुराग गुप्ता के साथ वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी वरीय पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, तकनीकी रूप से दक्ष जिलों के पुलिस पदाधिकारी/कर्मी एवं I4C-MHA के राजेश कुमार अपनी टीम के साथ उपस्थित रहे।