देवघर पुलिस ने एक नाबालिग सहित 12 साइबर अपराधियों को दबोचा,मोबाइल,सिम कार्ड सहित अन्य समान बरामद..
देवघर।झारखण्ड के देवघर पुलिस ने प्रतिबिंब एप और अन्य सूचना के माध्यम से साइबर ठगी के धंधे में शामिल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की है।मंगलवार को जिले के अलग अलग थाना क्षेत्र में छापेमारी कर 12 आरोपियों को साइबर अपराध के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार ठगों के पास से 12 मोबाइल फोन, 21 सिम कार्ड सहित अन्य समान बरामद किये हैं।इसकी जांच साइबर सेल टेक्निकल टीम द्वारा किये जाने पर देशभर में साइबर क्राइम किये जाने का कई लिंक प्राप्त हुआ है। इस आधार पर गिरफ्तार युवकों से पूछताछ की गयी, तो साइबर अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
देवघर पुलिस ने इसकी जानकारी प्रेस रिलीज जारी कर बताया है।बताया गया है कि प्रतिबिंब एप्प से और आसूचना एवं साक्ष्य के आधार पर मंगलवार को देवघर जिला के सारवां थाना अंतर्गत ग्राम जारा,पथरौल थाना अंतर्गत ग्राम कालीपहाडी एवं सिमरातरी तथा खागा थाना अंतर्गत ग्राम रघुवाडीह में छापामारी कर 11 (ग्यारह) साईबर ठग को गिरफ्तार तथा एक विधि विरुद्ध किशोर को निरुद्ध किया गया है।
एसपी अजित पीटर डुंगडुंग के निर्देश पर साइबर डीएसपी राजा कुमार मित्रा के नेतृत्व में साइबर थाना पुलिस ने ग्राम जारा थाना सारवां, ग्राम कालीपहाड़ी एवं सिमरातरी, थाना पथरौल,ग्राम रघुवाडीह, थाना खागा इलाके में छापेमारी कर 12 साइबर अपराधियों को दबोचा गया है।जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है। 11 आरोपियों को भेजा जेल वहीं नाबालिग़ को बाल सुधार गृह भेजा गया।
गिरफ्तार साइबर अपराधी निम्न प्रकार से ठगी करता था
-SBI Bank Credit Card Users को फर्जी Link भेजकर अपडेट करने का नाम से Credit Card Details प्राप्त कर पैसे ठगी करना।
-SBI Bank Customers को KYC Update कराने के नाम पर कस्टमर का कार्ड डिटेल्स जैसे-Card No/C.V.V./Exp/OTP इत्यादि पूछ कर ठगी करना।
–Google search engine पर Customer care helpline service 24X7 का Add डालकर अपना फर्जी मोबाइल नम्बर सेट करके विभिन्न नम्बरो पर कॉल फॉरवर्ड कर देते हैं जिससे आम व्यक्ति स्वयं कॉल करते हैं और ठगे जाते हैं।
–आम लोग जब अपनी समस्या को लेकर फर्जी Customer Care Number पर कॉल करते हैं तो विभिन्न प्रकार के Mobile Screen Sharing App जैसे- AnyDesk, Quick Support डाउनलोड करवाकर झांसे में लेकर बैंक डिटेल्स प्राप्त कर ठगी करना।
–फर्जी Airtel Payment Bank पदाधिकारी बनकर उपभोक्ताओं को झांसे में लेकर Airtel Thanks App के माध्यम से Airtel Payment Bank Card बंद होने संबंधी उपभोक्ताओं को झांसा देकर तथा आम सहायता के रूप में कार्ड को पुनः चालू कराने के नाम पर झांसा देकर ठगी करना।
–फर्जी Phonpe /Paytm Customer Care पदाधिकारी बनकर उपभोक्ताओं को Cash Back का झांसा देकर ठगी करना।
–फर्जी मोबाइल नम्बर से फर्जी बैंक पदाधिकारी बनकर आम लोगों को ATM बंद होने एवं उसे चालू कराने के लिए Series Call करना। उसके बाद Customer को झांसे में लेकर OTP प्राप्त कर ठगी करना।
गिरफ्तार अपराधियों के नाम और पता:
–राजू कुमार मंडल उम्र करीब 23 वर्ष पिता रामदेव मंडल, ग्राम गौरीपुर, थाना कुण्डा
–पंकज दास उम्र करीब 23 वर्ष पिता बिशेश्वर दास
–उत्तम कुमार दास उम्र करीब 20 वर्ष पिता दिलीप दास दोनो ग्राम जारा, थाना सारवां
–मोसाहीद अंसारी उम्र करीब 20 वर्ष पिता मकसूद अंसारी
–आलम अंसारी उम्र करीब 32 वर्ष पिता इरशाद अंसारी तीनों ग्राम कालीपहाड़ी
–अल्ताफ अंसारी उम्र करीब 25 वर्ष पिता जमील अंसारी
–गोल्डन अंसारी उम्र करीब 34 वर्ष पिता मो० हजरत अंसारी दोनो ग्राम कसैया
–जितेन्द्र दास उम्र करीब 22 वर्ष पिता नरेश दास
–आशिष कुमार दास उम्र करीब 21 वर्ष पिता अमीर दास 10. बबलू दास उम्र करीब 22 वर्ष पिता अरूण दास तीनो ग्राम सिमरातरी सभी थाना पथरौल
–गुणाधर मंडल उम्र करीब 28 वर्ष पिता कार्तिक मंडल, ग्राम रघुवाडीह, थाना खागा
सभी साइबर अपराधियों के पास से जप्त मोबाईल से साईबर क्राईम के 45 Crime Link प्राप्त हुए हैं,जिसकी अग्रतर जांच की जा रही है।