चतरा में नक्सली हमले में घायल जवान आकाश खतरे से बाहर, डीजीपी ने की मुलाकात….
राँची।झारखण्ड के चतरा जिले में 7 फरवरी की शाम हुए नक्सली हमले में घायल जवान आकाश सिंह अब खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।उनका इलाज राँची के ऑर्डिक अस्पताल में चल रहा है।गुरुवार को उनसे राज्य के डीजीपी अजय कुमार सिंह भी मिले और हौसला अफजाई की। उनके साथ कई वरीय पुलिस अधिकारी मौजूद थे।अस्पताल सूत्रों ने बताया कि आकाश सिंह की पीठ में गोली लगी थी।लेकिन इंटरनल ऑर्गन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। यह राहत देने वाली खबर है।आकाश का इलाज डॉ रंजन कुमार, डॉ सुमन सौरभ और क्रिटिकल केयर एक्सपर्ट की देखरेख में चल रहा है। उनके परिजन भी अस्पताल में मौजूद हैं।आकाश सिंह मूलरूप से बिहार के सासाराम के रहने वाले हैं।
बता दें कि वन विभाग को जानकारी मिली थी कि चतरा के सदर थाना क्षेत्र के बैरियो के घने जंगल के आसपास अफीम की बड़े पैमाने पर खेती की जा रही है।इस इनपुट के आधार पर सदर और जोरी थाना की पुलिस फसल को नष्ट करने गई थी।करीब 4-5 जगहों पर फसल को नष्ट कर लौटते वक्त टीएसपीसी नक्सलियों ने पुलिस पार्टी पर अचानक हमला बोल दिया। इसकी वजह से सिकंदर सिंह और सुकन राम नाम के दो जवान वीरगति को प्राप्त हो गये।जबकि आकाश सिंह, संजय लुगुन और कृष्णालाल घायल हो गये।
आकाश की स्थिति गंभीर थी। लिहाजा,उन्हें एयरलिफ्ट कर राँची लाया गया था। अन्य दो घायल जवानों का इलाज चतरा सदर अस्पताल में चल रहा है।आज डीजीपी सदर अस्पताल, चतरा भी गये थे। फिलहाल, अफीम की फसल को नष्ट करने के लिए पुलिस टीम भेजने से पहले क्या सावधानी बरती जाए, इसको लेकर रणनीति बनाई जा रही है।