सीआईडी उड़ीसा की टीम ने 3500 लोगो से 4 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले दो अभियुक्तों अमर डेनिश व पीयूष कुमार को राँची से किया गिरफ्तार
–उड़ीसा में सोलर अवेयरनेस प्रोग्राम और प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप प्रोग्राम के नाम पर वास्तव इंडिया ट्रस्ट नाम की संस्था ने किया फर्जीवाड़ा, ट्रस्ट का सब रजिस्टर ऑफिस राँची के हरमू हाउसिंग कॉलोनी स्थित कार्तिक उरांव चौक के पास था
–उड़ीसा सीआईडी की इकोनॉमिक आफेंस विंग ने राँची के पुंदाग ओपी की मदद से किया दोनों को गिरफ्तार, राँची के लालपुर स्थित बैंक में भी था इनका एकाउंट
राँची।उड़ीसा के 3500 लोगो से सोलर अवेयरनेस प्रोग्राम और प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप प्रोग्राम देने के नाम पर ठगी करने वाले दो अभियुक्तों अमर डेनिश और पीयूष कुमार उर्फ निशांत को उड़ीसा सीआईडी की इकोनॉमिक आफेंस विंग ने राँची के पुंदाग ओपी थाना प्रभारी विवेक कुमार और उनकी टीम की मदद से पुंदाग इलाके से गिरफ्तार किया।मंगलवार को कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने पर दोनो को भुबनेश्वर ले गई।उड़ीसा के इन लोगो से वास्तव इंडिया ट्रस्ट के प्रेसिडेंट, सेक्रेटरी व अन्य कर्मियों ने मिलकर 4 करोड़ की ठगी की थी। इनके विरुद्ध उड़ीसा में सीआईडी के इकोनॉमिक आफेंस विंग भुवनेश्वर में प्राथमिकी नवंबर 2022 में धोखाधड़ी व फर्जीवाड़े की प्राथमिकी दर्ज हुई थी। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार वास्तव इंडिया ट्रस्ट की ओर से उक्त ट्रस्ट के प्रेसिडेंट, सेक्रेटरी व अन्य कर्मियों ने मिलकर सोलर अवेयरनेस प्रोग्राम और प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप प्रोग्राम के नाम पर उड़ीसा के लोगो और पैरेट्स को अपना शिकार बनाया। सीआईडी उड़ीसा की टीम ने जब अनुसंधान शुरू किया तो जानकारी मिली की ट्रस्ट का सब रजिस्टर ऑफिस राँची में है। जिसे हरमू हाउसिंग कॉलोनी में कार्तिक उरांव चौक के पास चलाया जा रहा है। जांच में यह बात भी सामने आई कि इसका एक यूनिट राँची के रोस्पा टॉवर के तीसरे तल्ले में भी संचालित है। जहां कंप्यूटर प्रोग्रामिंग कंसल्टेंसी और अन्य गतिविधियां होती है। ट्रस्ट को जोनल ऑफिस भुवनेश्वर में खोला गया था।
अखबारों में निकाला गया था नौकरी के लिए विज्ञापन
इनके द्वारा पहले अखबारों के माध्यम से उड़ीसा के अलग अलग जिलों सुंदरगढ़, भद्रक, नयागढ़,मयूरभंज, बालासोर, खंडामल,बोलांगीर, नवरंगपुर व ढेनकनाल सहित इनके ब्लॉक और पंचायत में प्रोजेक्ट इंचार्ज, को-अॉर्डिनेटर, फिल्ड ऑफिसर की नौकरी का विज्ञापन निकाला गया। इसके लिए 25 हजार, 13 हजार और 8 हजार रुपए प्रतिमाह की नौकरी देने की बात कही गई। इन पदों पर नौकरी के लिए लोगो से सोलर अवेयरनेस प्रोग्राम में काम करने के लिए 1650 और प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप के लिए 3000 रुपए प्रति व्यक्ति व स्टूडेंट्स की वसूली की गई। स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत पैरेंट्स को बताया गया कि 1000 रुपए प्रति माह 24 माह तक प्रदान किया जाएगा। यह योजना कक्षा एक से 10वीं तक के लिए बताई गई। इसके लिए स्टूडेंट्स से उनके पैरेंट्स का पैन, आधार, स्टूडेंट्स का आधार, बैंक पासबुक डिटेल्स की कॉपी भी ली गई, ताकि उन्हें यह नहीं लगे की उनके साथ धोखाधड़ी होने वाली है।
राँची के लालपुर ब्रांच में भी था ट्रस्ट का खाता
सीआईडी को जांच में यह भी जानकारी मिली की उक्त ट्रस्ट का बैंक एकाउंट रांची के लालपुर स्थित एक प्राइवेट बैंक में एकाउंट था। जिसमें एक अप्रैल 2022 से 20 अक्टूबर 2022 के बीच एक करोड़ 26 लाख 29 हजार रुपए जमा हुए। जिसे बाद में तुरंत निकाल लिया गया। उक्त एकाउंट में बैलेंस मात्र 161 रुपए छोड़ दिया गया।
स्कॉलरशिप का पैसा नहीं आया तो की गई शिकायत
ट्रस्ट की ओर से स्कॉलरशिप के लिए जो पैसे पैरेंट्स से लिए गए थे उन्हें जब तय तिथि से पैसे नहीं मिले तो सैकड़ों ने इसकी शिकायत पुलिस से की। इसके बाद फर्जीवाड़ा का यह मामला उजागर हुआ। ट्रस्ट के कर्मियों व अन्य अधिकारियों ने अपने मोबाइल स्विच आफ कर लिए थे।कार्यालय बंद हो चुके थे।