श्रावणी मेला 2022:दो साल बाद सुल्तानगंज से लेकर देवघर तक गूंजने लगे बोल बम बोल बम…

राँची/देवघर/सुल्तानगंज।दो साल बाद सुल्तानगंज में बोल बोम के नारे गूंजने लगे हैं। श्रावणी मेला का विधिवत उद्घाटन हो गया है।भारी संख्या में कांवरियों का जत्था सुल्तानगंज से गंगा जल लेकर कांवरिया पथ पर निकल रहे हैं।वहीं जिन लोगों को सावन के पहले दिन चढ़ाना है, वे लोग सुल्तानगंज से जल उठाकर दो दिन पहले से बाबाधाम के निकले हैं आज सभी बाबाधाम में जलाभिषेक कर रहे हैं। बहुत सारे ऐसे कांवरिये आज गुरुवार को जल भरकर वाहनों और पैदल देवघर के लिए रवाना हो रहे हैं।बोल बम की नारा गूंज रहा है।

इधर बाबाधाम में बाबा मंदिर में जलाभिषेक के लिए लम्बी लाइनें सुबह से लग गई।भारी संख्या में लोग जलाभिषेक कर रहे हैं।बाबा नगरी देवघर में बोल बम और हर हर महादेव के नारे गूंज रहे हैं।आज करीब एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं द्वारा जलाभिषेक करने का अनुमान लगया जा रहा है।आज सावन का पहला दिन है।

श्रावणी मेला में देश-विदेश से आने वाले लाखों शिवभक्त श्रद्धालुओं के कांवरों की घुंघरुओं से निकलने वाली कर्णप्रिय ध्वनियों और बोल-बम के नारों की गूंज पिछले दो साल से कोरोना के कारण खामोश थी। सुल्तानगंज के अजगैवीधाम स्थित उत्तर वाहिनी गंगा तट से लेकर कच्ची कांवरिया पथ पर एक महीने तक कांवरियों के कंधे पर लचकते कांवरों में लगी सुगंधित अगरबत्तियों से निकलने वाली महक भी इन दो वर्षों में नदारद थी।इस वैश्विक महामारी ने सभी धर्म स्थलों में तालाबंदी करा दिया था। लिहाजा श्रद्धालु अपने-अपने घरों में कैद होकर ही भोलेनाथ की पूजा- अर्चना करने को विवश हो गए थे। लेकिन इस बार समय बदला और एक बार फिर से श्रावणी मेले को लेकर अजगैबीधाम में चहल-पहल शुरू हो गई है।

आज गुरुवार 14 जुलाई से शुरू हो रहे इस मेले की प्रशासनिक स्तर से तैयारी की गई है।मंत्री से लेकर आयुक्त, डीएम, डीआईजी, एसएसपी मेला क्षेत्र का लगातार निरीक्षण कर तैयारी की थी। मेला शुरू होने से छोटे-बड़े हजारों कारोबारियों की उम्मीदें जग गई हैं। सभी के चेहरों पर खुशी चमक गई है।कांवरियों का सुल्तानगंज गंगा घाट पर आने एवं गंगा जल लेकर अजगैवीनाथधाम से बाबाधाम के लिए जाना शुरू हो गया है।

धर्मशालाओं में तैयारी पूरी, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी

भवन निर्माण विभाग द्वारा सरकारी धर्मशालाओं में तैयारी पूरी कर ली है।धर्मशाला में रंग रोगन कर चमका दिया है।जिलाधिकारी नवीन कुमार ने कहा कि इस बार मेले की हर गतिविधि की निगरानी होगी। कमरांय से कुमरसार तक के बीच 26 कि.मी. में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। एक दर्जन से ज़्यादा जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं। मुंगेर की सीमा में पड़ने वाले मेला क्षेत्र को 03 सेक्टरों में बांटा गया है। साथ ही मुंगेर जिले में 13 स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं।