गुमला गोलीकांड:घायल पूर्व नक्सली अमरजीत गिरफ्तार,AK-56 रायफल,109 गोली सहित कई समान बरामद
गुमला।झारखण्ड के गुमला पुलिस ने पूर्व जेजेएमपी कमांडर शुकर उरांव की हत्या में शामिल रहे पूर्व नक्सली अमरजीत उर्फ अशोक गिरफ्तार कर लिया है।गुमला गोलीकांड में वह घायल होने के बाद मौके से फरार हो गया था। जबकि उसकी पत्नी और तीन साल की बेटी की गोली लगने से मौत हो गई। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो वह गोली लगने से घायल अवस्था में था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके घर से 200 मीटर पर पुआल में छिपा कर रखे AK-56 लोडेड राइफल, 6 पॉकेट वाला विंडोलिया, 109 जिंदा कारतूस, 5 मैगजीन कवर, राइफल साफ करने वाला पुल थ्रू और 3 मोबाइल जब्त किया है।
बताया गया कि गोलीकांड की घटना के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी की नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन करते हुए लगातार क्षेत्र में छापेमारी की गई।जिसमें मंगलवार की सुबह जनावल नवाटोली में जख्मी हालत में अमरजीत गिरफ्तार किया गया।जब पुलिस कस्टडी में उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया है कि वह जेजेएमपी से अलग होकर चार-पांच सदस्यों के साथ भाग कर अलग अपराधिक संगठन बनाए हुए है। उसकी निशानदेही पर हथियार सहित कई सामान पुलिस ने बरामद किया है।
इस घटना के सम्बंध में एसपी ने बताया है कि अमरजीत को दो गोली लगी थी और वह गंभीर रूप से घायल है।उसका इलाज पुलिस कस्टडी में ही कराया जा रहा है। उसके खिलाफ चैनपुर, घाघरा और डुमरी थाना में पहले से कई मामले दर्ज हैं।इसके अलावा उसकी जेजेएमपी कमांडर शुकर उरांव की हत्या कर हथियार और लेवी के रुपए ले भागने मामले में भी संलिप्तता है।
इधर कंचन मोड़ जनावल में हुई गोलीबारी के संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जेजेएमपी के कर्मवीर ने कहा है कि अमरजीत के बेटी और पत्नी की हत्या में संगठन का कोई हाथ नहीं है।शुकर की हत्या करने के बाद अमर ने अपराधिक संगठन बना लिया था जिसमें बहुरा और अमरजीत के बीच तालमेल नहीं थी।इसी वजह से दोनों आपस में भिड़ गए जिसमें अमरजीत की पत्नी नेहा नीति कुजूर और उसकी 3 वर्ष के बच्ची की मौत हुई।जेजेएमपी संगठन पर लगाया गया आरोप बेबुनियादी हैं, संगठन कभी भी इस तरह की घटना को अंजाम नहीं देता है। इसकी बारीकी से जांच की मांग की है।