Ranchi:क्यों हुई करीब 70 गाड़ियों में तोड़फोड़,कैसे रणक्षेत्र का मैदान बन गया यार्ड,क्या कहा ग्रामीणों और यार्ड के लोगों ने,ग्राम प्रधान के साथ कौन-कौन घायल हुए हैं,जानें झारखण्ड न्यूज की exclusive रिपोर्ट से

राँची।झारखण्ड की राजधानी राँची के नामकुम थाना क्षेत्र में शुक्रवार की शाम दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई।घटना लड़की से छेडख़ानी को लेकर भारी बवाल हुआ है।इस घटना में एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल है।पुलिस की ततपरता से स्थिति को कुछ ही देर में नियंत्रण में कर लिया।दरअसल लड़की से साथ छेडख़ानी को लेकर शुक्रवार देर शाम को रामपुर आर्या स्टील के सामने फाइनेंसर के द्वारा कार सीज कर रखने वाले यार्ड में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई।हिंसक झड़प के बाद यार्ड में दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़ की गई है। फिलहाल, इलाके में शांति बहाल करने के लिए भारी संख्‍या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है। पुलिस के आला अधिकारी हालात पर नजर रख रहे हैं।घटना के बारे में बताया गया है कि मामला युवती की छेड़खानी से जुड़ा है।बताया जाता है कि रामपुर गांव की युवती के साथ गुरुवार के दिन छेड़खानी की गई थी। शुक्रवार को इसी मामले में दोनों गुटों में विवाद बढ़ गया और आपस में झड़प हो गई।ये घटना रामपुर गांव के पास कार सीजर यार्ड में हुई है।इस हिंसक झड़प में जमकर मारपीट,करीब 100 वाहनों में तोड़फोड़ किया है।

झारखण्ड न्यूज टीम को घटना स्थल से जो जानकारी मिली है।यह पूरा विवाद रामपुर के गरगे गांव की युवती से छेड़छाड़ के बाद हुआ। इस हिंसक झड़प में दोनों तरफ से एक-दूसरे पर जानलेवा हमला किया गया। पत्थरबाजी में कई लोग घायल हो गए हैं। जिन्‍हें इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। लड़की को लेकर ग्रामीणों तथा यार्ड के लोगों में जमकर मारपीट के दौरान उग्र भीड़ ने यार्ड में खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।हिंसक घटना की सूचना मिलने के बाद राँची पुलिस तुरंत एक्‍शन में आ गई। मौके पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम,डीएसपी नीरज कुमार,इंस्पेक्टर सुनील तिवारी सहित पुलिस पदाधिकारी के साथ पहुंचे और मोर्चा संभाल लिया।शांति-व्‍यवस्‍था की बहाली के लिए तनाव वाले इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस युवती से छेड़खानी से जुड़े इस मामले की जांच कर रही है। कई लोगों से पूछताछ की गई है।

क्या है घटना और क्यों हुआ बवाल,क्या कहा ग्रामीणों और यार्ड के लोगों ने जानें झारखण्ड न्यूज की exclusive रिपोर्ट से..

राजधानी राँची के नामकुम थाना क्षेत्र के रामपुर के पास एक गांव की एक युवती को गुरुवार के दिन एक किसी यार्ड/गोदाम के गार्ड ने गोलगप्पा खिलाया।इसी गोलगप्पा खिलाने की बात कुछ गांव वाले को पता चला।इससे नाराज होकर गाँव के कुछ लोग ग्राम प्रधान सुनील लकड़ा के साथ वाहन सीज करने वाली कम्पनी की एक यार्ड में पहुँचा।यार्ड वाले से पूछा कि लड़की को गोलगप्पा क्यों खिलाया।यार्ड वाले ने कहा हमलोगों ने नहीं खिलाये हैं।इसी बात को लेकर तू तू मैं मैं होने के बाद मारपीट में तब्दील हो गया।उसके बाद दर्जनों ग्रामीणों ने यार्ड में धावा बोल दिया।दोनों ओर से जमकर मारपीट हुई है।जिसमें यार्ड के करीब 9 लोग घायल और ग्रामीणों की ओर से ग्राम प्रधान सहित आधा दर्जन लोग इस हिंसक झड़प में घायल हो गए।यार्ड के लोगों ने इसकी सूचना नामकुम थाना पुलिस को दी।

पुलिस ने बिना समय गंवाए घटना स्थल पर पहुँच गए और यार्ड के लोगों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर अस्पताल भेजा।वहीं ग्रामीणों की ओर से घायल को भी अस्पताल भेजा।इसी बीच दर्जनों ग्रामीणों ने यार्ड में खड़ी करीब 100 छोटी बड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी।पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए सभी को खदेड़ा।इसी बीच ग्रामीणों से छुड़ाए लोगों को जब पुलिस गाड़ी में बैठाकर ले जाने लगे तो ग्रामीणों ने युवकों को गाड़ी से खिंचने की कोशिश की और पुलिस की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की।वहीं ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों से भी धक्का मुक्की करने लगा।नामकुम थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर सुनील तिवारी,एसआई अनिमेश शान्तिकारी,एसआई राजीव कुमार ने सूझबूझ से ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर युवकों को अस्पताल भेजा।इसी बीच राँची पुलिस लाइन से भारी संख्या में पुलिस बल पहुँची।

ग्रामीणों की ओर से बताया गया कि रामपुर के ग्राम गड़के की महिलाएं एवं लड़कियों जब नदी नहाने और कुछ लड़कियां काम करने के लिए उस रास्ते से आती जाती है तो हमेशा यार्ड के लोगों द्वारा छेड़खानी किया करते हैं।गुरुवार को भी एक लड़की से यार्ड के लोगों ने छेड़खानी की।बताया कि छेडख़ानी को लेकर ग्रामीण मना किया करते थे।परन्तु वे लोग नही मानते थे।इसी क्रम में ग्राम प्रधान सुनील लकड़ा कुछ ग्रामीण समझाने बुझाने के लिए शुक्रवार की शाम 4 बजे गए थे।इसी दौरान अचानक ग्राम प्रधान पर छड़ और बियर की बोतल से सिर पर जानलेवा हमला किया और ग्रामीण के कुछ बचाने लगे तो उस पर भी हमला किया।ग्राम प्रधान सुनील लकड़ा,ग्रामीण मुन्ना लकड़ा,कृष्णा लोहरा सहित कई ग्रामीण घायल हुए हैं।ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यार्ड में कुछ अपराधी किस्म के युवक शरण लिए हुए है।जो गाड़ी सिजिंग का काम करते हैं।यार्ड में लोगों गतिविधि संदिग्ध है।पुलिस से ग्रामीणों ने आरोपी की गिरफ्तारी और यार्ड को बंद करने की मांग की है।

यार्ड के लोगों के अनुसार गुरुवार को एक लड़की को गोलगप्पा किसी गार्ड द्वारा गोलगप्पा खिलाने की बात आई है।इस सम्बन्ध में इस यार्ड के किसी भी लोगों को इसकी जानकारी नहीं है।ये बात ग्रामीण हमलोगों से आकर पूछ रहे थे।यार्ड के लोगों ने बताया कि यहां तो ऐसा कोई मामला नहीं।ना ही किसी ने कोई गोलगप्पा किसी को खिलाया है।बात सुनकर ग्रामीण चले गए।कुछ देर बाद करीब 60 से 70 लोग यार्ड में आये और मारपीट करने लगे।जिससे यार्ड के 8 लोग घायल।घायलों में विकास दुबे,मंटू दुबे,सौरभ चटर्जी,गोलू पांडेय,प्रीतम यादव,रिंकू,संदीप सहित अन्य लोग घायल हुए है।वहीं 100 से ज्यादा गाड़ी को तोड़ दिया।सीसीटीवी तोड़फोड़ कर डीवीआर सहित पैसे लूट लिया।यार्ड के लोगों के अनुसार 15 से 20 लाख से ज्यादा नुकसान हुआ है।यार्ड के लोगों के अनुसार अगर पुलिस नहीं पहुँचती तो सम्भवतः कई जानें जा सकती थी।

यार्ड के एक युवक ने जान बचाने के लिए कुआँ में कूद गया लेकिन जब ग्रामीणों की नजर पड़ी तो कुआँ से बाहर निकालकर युवक की जमकर पिटाई करने लगा।ठीक उसी वक्त पुलिस पहुँच गई और युवक को अपने कब्जे में लेकर अस्पताल पहुंचाया।

यार्ड में मारपीट इस कदर होने लगा था कि किसी यार्ड से भागकर युवक कई किलोमीटर भागे उसके बाद एक घर में घुसकर यार्ड के चार युवक बचने की कोशिश की वहां भी ग्रामीणों ने घर को घेर लिया।उसके बाद पुलिस ने चारों युवक को घर से बाहर निकालकर,कब्जे में लेकर अस्पताल पहुंचाया।

होली को लेकर यार्ड में पार्टी चल रही थी।इसी बीच ग्रामीण पहुँच गया और बातचीत में विवाद बढ़ने लगा और मारपीट में तब्दील हो गई।बताया गया कि होली के लेकर यार्ड में यार्ड के प्रबंधक,सीजर सहित कई लोग पार्टी मना रहे थे।कुछ लोग गेस्ट के तौर पर भी पहुँचे थे।जिसको ये भी नहीं मालूम कि किधर भागे।बताया गया कि मारपीट होने के बाद कुछ युवक जो भागे उसे रास्ता मालूम नहीं था।इसलिए करीब 5 से 6 किलोमीटर किसी दूसरे गाँव की ओर भाग गया रास्ता भटक गया।उसके बाद पुलिस ने लोकेशन लेकर रात में खोजकर निकाला है।

देर रात तो थाना में जमे रहे ग्रामीण और यार्ड के लोगों पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे।पुलिस ने समझाकर सभी को घर भेजा था।अफवाह की खबर ने कई बार मामला बढ़ाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीणों और पुलिस ने मामले को ज्यादा बढ़ने नहीं दिया।

घायलों में कुछ लोगों की स्थिति नाजुक बनी हुई है।बताया गया कि यार्ड के दो से तीन युवक गम्भीर रूप से घायल है तो ग्राम प्रधान की स्थिति भी स्थिर है।जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है।

पूरी घटना में जिस तरह नामकुम थाना पुलिस ने ततपरता दिखाई इससे एक बड़ी घटना को टाल दिया है।खासकर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर सुनील कुमार तिवारी,एसआई राजीव कुमार,एसआई अनिमेश शान्तिकारी,थाना प्रभारी के अंगरक्षक शशि भूषण,पीसीआर के पुलिसकर्मी,पेट्रोलिंग पार्टी के पदाधिकारी और जवान सहित थाना के कई पुलिस पदाधिकारी और जवानों ने मामले को शांत कराने के लिए अहम भूमिका निभाई है।

इधर जो बातें आई है।पुलिस के अनुसार मामला जमीन विवाद से भी जुड़ा हो सकता है।बताया जाता है की जिस जमीन पर यार्ड है वो जमीन आदिवासियों का है।जिसे कोकर के एक व्यक्ति ने लीज पर लेकर कार सीज करने वाली कम्पनी को रेंट पर दिया है।जमीन करोड़ो की होने के कारण इस जमीन पर जमीन माफिया की नजर पड़ी है।पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।

इस सम्बंध में थाना प्रभारी सुनील तिवारी का कहना है कि घटना की छानबीन जारी है।दोनों पक्षों की बातें सुनी गई है।घटनास्थल पर पुलिस कैम्प किये हुए हैं।लड़की से छेड़छाड़ को लेकर विवाद हुआ है लेकिन किससे छेड़छाड़ हुई है ये अभीतक किसी ने नहीं बताया और ना ही कोई सामने आया है।ग्रामीणों से घटना की जानकारी जुटाया जा रहा है।दोनों तरफ से शिकायत दर्ज कराई गई है।मामले की जांच जारी है।वहीं लोगों से अपील की है कि अफवाह पर ध्यान न दें।इलाके में बिल्कुल मामला शांत है।मामले को लेकर कुछ लोग सोशल मीडिया में बिना सत्यता जाने पोस्ट कर रहे हैं।जिस पर पुलिस की नजर है।

इधर शुक्रवार की घटना को लेकर ग्रामीणों ने शनिवार को एक बैठक कर रही रही।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में खिजरी विधायक सहित शहर के कई आदिवासी नेता शामिल हुए हैं।