डीएसपी से आईपीएस प्रोन्नत्ति मामला:पुलिस मुख्यायल ने फिर सभी जिले के एसएसपी-एसपी और इकाई प्रमुख से प्रोन्नत्ति योग्य डीएसपी का योग्यता प्रमाण पत्र मांगा है
राँची।झारखण्ड पुलिस में राज्य पुलिस सेवा से आइपीएस रैंक में प्रोन्नत अधिकारियों के लिए कुल पद 45 हैं।वर्तमान में इनमें से 25 पद रिक्त हैं। इन पदों पर 2016 के बाद से अब तक प्रोन्नति नहीं हो सकी है, हर बार पुलिस मुख्यालय के स्तर पर स्वच्छता प्रमाण पत्र से संबंधित कवायद होती है,लेकिन यूपीएससी को अब तक नहीं भेजी जा सकी है. इस महीने बीते आठ सितंबर पुलिस मुख्यालय ने डीएसपी से आइपीएस रैंक में प्रोन्नति को लेकर सभी डीएसपी का योग्यता प्रमाण पत्र मांगा है. सभी जिलों के एसएसपी,एसपी और वाहिनी के कमांडेंट को पत्र लिखकर पुलिस मुख्यालय ने पूछा है कि प्रोन्नति के योग्य जो डीएसपी हैं, उनके विरुद्ध कोई आरोप लंबित तो नहीं है, उन पर कोई प्राथमिकी, कोर्ट केस या दंड तो नहीं है।इससे पहले भी बीते 10 जुलाई 2020 को भी रिपोर्ट मांगी गई थी. आईपीएस में रैंक में प्रोन्नति के पहले अहर्ता पूरी करने वाले डीएसपी के संबंध में पुलिस मुख्यालय के तत्कालीन आईजी मानवाधिकार नवीन कुमार सिंह ने जिलों के एसएसपी,एसपी शाखाओं के एसपी और कमांडेंट स्तर के पदाधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी. जिलों के एसपी को बताना था कि इन डीएसपी रैंक के अधिकारियों पर कोई आपराधिक मामला, आरोप या दंड लंबित है या नहीं. इसको लेकर जिलों के एसपी से रिपोर्ट मांगी जाती है.।
योग्य DSP की सूची पिछले पांच साल से नहीं भेज पा रही है:
यूपीएससी से लगातार पत्राचार के बावजूद आइपीएस में प्रोन्नति के लिए झारखंड सरकार अपने योग्य डीएसपी की सूची पिछले पांच साल से नहीं भेज पा रही है. उत्तराखंड, हिमाचल व हरियाणा जैसे राज्य 2020 तक का बैकलाग भर चुके हैं,जबकि झारखंड में वर्ष 2016 के बाद 42 डीएसपी को योग्य रहते हुए भी उन्हें आइपीएस में प्रोन्नति नहीं मिली है. साल 2016 में सिर्फ एक ही डीएसपी आनंद प्रकाश को आइपीएस रैंक में प्रोन्नति मिली थी.
42 डीएसपी आइपीएस रैंक में प्रोन्नति का इंतजार कर रहे हैं:
सिर्फ पांच डीएसपी की सेवा संपुष्टि नहीं होने के वजह से बीते एक जनवरी 2019 से ही योग्य बैठे 42 डीएसपी आइपीएस रैंक में प्रोन्नति का इंतजार कर रहे हैं. इन पांच डीएसपी में विकास पांडेय, सादिक अनवर रिजवी, राधा प्रेम किशोर, मुकेश महतो व शिवेंद्र शामिल हैं. जिनकी सेवा संपुष्टि अब तक नहीं हो सकी है. इन्हीं के बैच के दो डीएसपी विजय आशीष कुजूर व अरविंद सिंह आइपीएस संवर्ग के लिए योग्य हैं. इनके अलावा दारोगा से स्पोर्ट्स कोटा से डीएसपी में प्रोन्नत सरोजिनी लकड़ा व एमेल्डा एक्का भी आइपीएस रैंक में प्रोन्नति का इंतजार कर रही हैं. इनके अलावा तृतीय जेपीएससी के 38 डीएसपी साढ़े ग्यारह साल की सेवा कर चुके हैं, जबकि, डीएसपी से आइपीएस रैंक में प्रोन्नति के लिए डीएसपी संवर्ग में आठ साल की सेवा देना अनिवार्य है. इस तरह ये डीएसपी एक जनवरी 2019 से ही आइपीएस रैंक के लिए योग्य बने बैठे हैं.
राज्य पुलिस सेवा से आइपीएस संवर्ग में प्रोन्नत अधिकारियों का है 45 पद
झारखण्ड पुलिस में राज्य पुलिस सेवा से आइपीएस संवर्ग में प्रोन्नत अधिकारियों के लिए कुल पद 45 हैं। वर्तमान में इनमें से 25 पद रिक्त हैं। इन पदों पर 2016 के बाद से अब तक प्रोन्नति नहीं हो सकी है। प्रत्येक वर्ष पुलिस मुख्यालय के स्तर पर स्वच्छता प्रमाण पत्र से संबंधित कवायद होती है, लेकिन यूपीएससी को अब तक नहीं भेजी जा सकी है।