राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2021 : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने 3 उपायुक्त समेत 14 पदाधिकारियों को किया सम्मानित,बोली-राष्ट्र के प्रति दायित्व को समझे नागरिक

राँची।राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर सोमवार (25 जनवरी, 2021) को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राँची, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम के डीसी समेत 14 पदाधिकारियों को सम्मानित किया।साथ ही वरिष्ठ मतदाताओं को भी सम्मानित किया गया।इस दौरान राज्यपाल ने पहली बार मतदाता सूची में नाम शामिल होने वाले युवाओं को बधाई दी है।
राँची के आर्यभट्ट सभागार में राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ।इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि झारखण्ड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने मतदाताओं को जागरूक करने संबंधी उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया।मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने को लेकर राँची के डीसी छवि रंजन, सिमडेगा डीसी सुशांत गौरव और पश्चिमी सिंहभूम डीसी अरवा राजकमल को सम्मानित किया। वहीं, वरिष्ठ मतदाताओं को भी सम्मानित किया।

इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पहली बार मतदाता सूची में नाम शामिल होने वाले वोटर्स को बधाई भी दी।उन्होंने कहा कि मतदाता दिवस कार्यक्रम के माध्यम से मतदाताओं को उनके मताधिकार के प्रति जागरूक किया जाता है।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस का थीम:
मालूम हो कि भारत निर्वाचन आयोग ने इस साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस का थीम ‘सभी मतदाता बने : सशक्त, सतर्क, सुरक्षित एवं जागरूक’. इसके तहत यह बताया गया है कि लोकतंत्र तभी सशक्त, स्वच्छ एवं पारदर्शी होगा जब मतदाता सशक्त, सतर्क और जागरूक होगा।

राज्यपाल ने जाति,धर्म, भाषा, संप्रदाय,प्रलोभन से ऊपर उठकर मतदान करने के प्रति लोगों का जागरूक किया।उन्होंने सभी वोटर्स से मतदान में शरीक होने की अपील भी की। उन्होंने 18 साल से अधिक आयुवर्ग के युवाओं को मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने की अपील की. इसके लिए ऑनलाइन माध्यम से भी मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने की बात कही है।

E-Epic Launch:
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर भारत निर्वाचन आयोग ने एक नयी पहल E-Epic लॉन्च की है। इसके तहत एक बार जुड़े नये मतदाता जिनका मोबाइल नंबर मतदाता सूची में लिंक है, वे अपने रजिस्टर्ड मोबाइल पर E- Epic डाउनलोड कर सकते हैं. वहीं, मतदाता जागरूकता के लिए कई कार्यक्रम भी संचालित हुए. सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों, कॉलेजों, यूनिवर्सिटी समेत अन्य शिक्षण संस्थानों में Electoral Literacy Club की स्थापना की गयी है।