Ranchi:गैंगस्टर अनिल शर्मा ने माँ को दी मुखाग्नि,स्वर्णरेखा नदी तट के श्मशान घाट सुरक्षा घेरा में तब्दील
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राँची।कई कांडो में दुमका जेल में सजा काट गैंगस्टर अनिल शर्मा की माँ राम सुंदरी देवी का अंतिम संस्कार स्वर्णरेखा घाट पर हुआ है। बड़ा बेटा होने के नाते अनिल शर्मा ने माँ राम सुंदरी देवी को मुखाग्नि दी। कड़ी सुरक्षा के बीच गैंगस्टर अनिल शर्मा पुलिस गाड़ी से स्वर्णरेखा घाट पहुंचा। गाड़ी से उतरने के बाद सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी ने हथकड़ी को खोल दिया। हालांकि,हथकड़ी खोलने को लेकर किसी अधिकारी से इजाजत नहीं लिया गया था।वहीं दुमका से आये अधिकारी ने कहा कि पुलिस की घेराबंदी है इसलिए मुखाग्नि देने के लिए हथकड़ी सिर्फ खोला गया।गौरतलब है कि एक दिन के पेरोल पर गैंगस्टर अनिल शर्मा दुमका जेल से भारी सुरक्षा के बीच रांची स्थित आवास देर रात पहुंचा था. मां को मुखाग्नि देने के बाद अनिल शर्मा को वापस दुमका जेल ले जाया गया।
इससे पूर्व ही स्वर्णरेखा घाट में चुटिया और नामकुम थाना की पुलिस मौजूद थी। पूरा स्वर्णरेखा घाट सुरक्षा घेरे में तब्दील था। इस दौरान कई लोग भी स्वर्णरेखा घाट पहुंचे। फिलहाल दो दिन के पेरोल पर गैंगस्टर अनिल शर्मा दुमका जेल से भारी सुरक्षा के बीच राँची स्थित आवास देर रात पहुंचा है। मां को मुखाग्नि देने के बाद अनिल शर्मा को वापस दुमका जेल लाया जायेगा।
इससे एक वर्ष पूर्व 13 अप्रैल 2019 को गैंगस्टर अनिल शर्मा के पिता नंदेश प्रसाद शर्मा का निधन हुआ था। पिछले 15 दिनों से वह राज अस्पताल में इलाजरत थे। उस समय भी अनिल शर्मा पेरोल पर दुमका जेल से राँची भारी सुरक्षा में आया था।
2017 में अनिल शर्मा को हजारीबाग जेल से दुमका किया गया था शिफ्ट,2 वर्ष पहले डीजीपी डीके पांडेय ने रांची एसएसपी, रामगढ़, हजारीबाग के एसपी को पत्र लिखकर अनिल शर्मा पर शिकंजा कसने का आदेश दिया था। डीजीपी ने अपने पत्र के माध्यम से एसपी को बताया था कि हजारीबाग जेल में बंद रहने के बावजूद अनिल शर्मा सक्रिय है। उसके गुर्गे कोयला और जमीन कारोबारियों से पैसा वसूल रहे है। इसके बाद उसे हजारीबाग से दुमका जेल भेज गया था। गैंगस्टर अनिल शर्मा के खिलाफ राज्य के अलग-अलग थानों में कुल 23 मामले दर्ज है। पिछले 20 सालों से अनिल शर्मा जेल में बंद है।