ये रॉन्ग नम्बर है,फिर मिस कॉल से हो गया प्यार:थाना परिसर में हुई शादी,थाना के पुलिसकर्मी और परिजन बने बराती,थानेदार से आशीर्वाद लेकर दुल्हन पहुँची ससुराल
मुजफ्फरपुर।बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में प्रेम कहानी में पुलिस के हस्तक्षेप से प्रेमी प्रेमिका एक हो गए हैं।बताया जा रहा है ये प्रेम कहानी फोन पर आए एक रॉन्ग नंबर से शुरू होती है, जिसमें पहले तकरार और फिर धीरे-धीरे प्यार और मामला शादी तक पहुंचता है। हालांकि, शादी से पहले परिवार की नाराजगी और फिर पुलिस की एंट्री से हालात बदलते हैं। फिर मंदिर में शादी कराई जाती है, जिसमें पुलिसकर्मियों के साथ दूल्हा-दुल्हन के परिजन भी शामिल होते हैं।दरअसल इस प्रेम कहानी की शुरुआत मिस्ड कॉल से हुआ है।पहले प्यार और फिर शादी का पूरा मामला मोतिहारी की पूजा और मुजफ्फरपुर के रवि से जुड़ा हुआ है।
लड़की के फोन पर रॉन्ग नंबर,फिर हुआ प्यार
बताया जाता है कि करीब दो साल पहले मोतिहारी की पूजा के नंबर पर गलती से मुजफ्फरपुर (औराई) निवासी रवि कुमार की फोन कॉल चली गई थी। उस समय दोनों में बात हुई तो पता लगा कि रॉन्ग नंबर है। तब तो फोन कट गया, लेकिन दो दिन बाद फिर से रवि ने उसी नंबर पर मिस्ड कॉल दिया। इस बार पूजा ने कॉल बैक किया और दोनों में बातें शुरू हो गई। हालांकि, इसमें पहले तकरार हुई और फिर जल्द ही ये तकरार प्यार में बदल गई।इसके बाद पूजा और रवि के बीच बातों का जो सिलसिला शुरू हुआ तो समय का जैसे कोई ठिकाना ही नहीं रहा। इसी बीच पूजा ने रवि से शादी करने की इच्छा जाहिर की। वो भी इसके लिए तैयार था, लेकिन कहीं से दोनों के माता-पिता को इसकी भनक लग गई। परिजनों ने लड़की से मोबाइल छीन लिया तो बातचीत बंद हो गई। इसी बीच रविवार को लड़की मुजफ्फरपुर के औराई थाना पहुंची। और थाना प्रभारी राजेश कुमार से अपने प्यार की पूरी दास्तां सुनाई।उसके बाद थाना प्रभारी ने आगे की कार्रवाई शुरू की।
पुलिस ने परिजनों को समझाया:
इधर थानेदार राजेश कुमार ने लड़की की बातों को सुना और उम्र का सत्यापन किया। फिर उनके परिजनों को बुलाया। यही नहीं पुलिस टीम ने रवि और उनके परिजनों को भी बुलाया। पहले तो रवि की फैमिली ने आने से इनकार कर दिया, लेकिन थानेदार ने दोनों पक्ष को समझाया। कहा कि जब दोनों बालिग हैं, प्यार करते हैं और शादी करना चाहते हैं तो आप लोगों को क्या ऐतराज है। दोनों स्वजातीय भी हैं।
प्रेमी जोड़े की शादी में औराई के थानेदार ने निभाई अहम भूमिका
इधर थानेदार के समझाने पर दोनों पक्ष मान गए। इसके बाद औराई स्थित शिव मंदिर में शाम को दोनों की शादी कराई गई। थानेदार समेत सभी पुलिसकर्मी और गांव के कुछ वरिष्ठ लोग बाराती बने। शादी के बाद दूल्हा-दुल्हन ने थानेदार के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद लड़की परिजनों से विदा लेकर ससुराल चली गई।
इस सम्बंध में थानेदार राजेश कुमार ने कहा कि लड़का-लड़की दोनों बालिग हैं। दोनों प्यार भी करते हैं और शादी करना चाहते थे। ऐसे में अगर उनकी बातों को नहीं सुनते तो हो सकता था, वे कोई गैरकानूनी कदम उठा लेते। दोनों की खुशी हमें इसी में दिखाई पड़ी, इसलिए विधि व्यवस्था से दोनों की शादी कर दी गई ।