प्रेमिका से कहा था-फिल्मों में जेल से फरारी देखी होगी,तेरा हीरो करके दिखाएगा,और जेल से भागकर प्रेमिका से मिलने पहुँच गया अंकित
धनबाद।प्यार के खातिर प्रेमी ने अपनी प्रेमिका को बर्थडे विश करने के लिए जेल तोड़कर भाग गया।बताया जा रहा है पिछले दिनों केंदुआडीह के अंकित रवानी ने जेलब्रेक की घटना को अंजाम दिया था। यह बात अंकित ने खुद पुलिस की पूछताछ में कबूली। उसने पुलिस को बताया-उसकी प्रेमिका का 30 जुलाई काे बर्थडे था। उसे बर्थडे विश करने का उसने वादा किया था। इसके लिए जेल से भागना जरूरी थी क्योंकि जमानत मिलनी नहीं थी।
पकड़े गये आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि जेल से फरारी का प्लान बनाया और उसे पूरा करने के लिए पूरी जतन से लगा रहा। वह 30 जुलाई को पौ फटने से पूर्व जेल से भाग निकला। उसके बाद वह प्रेमिका के पास पहुंच उसे बर्थडे विश भी किया। प्रेमिका भी उसे देखकर हैरान रह गई थी। अपना वादा जो निभा दिया था। प्रेमिका से मिलने के बाद वह छुपता फिर रहा था। वह ईस्ट बसुरिया में भाई के घर में भी छुपा था, परंतु बाद में वहां से भाग गया। पैसे की जरूरत होने पर भाई को फोन किया और इसी फिराक में वह फिर पकड़ा गया।अंकित को ईस्ट बसुरिया पुलिस ने सदर पुलिस के हवाले कर दिया। सदर पुलिस ने उसे कोर्ट में प्रस्तुत किया। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया।
बताते चलें कि 30 जुलाई की अहले सुबह अंकित अपने साथी देवा भुइयां के साथ वार्ड नंबर बी-4 की खिड़की का राॅड काटकर जेल से फरार हो गया था। अंकित को पुलिस ने 4 अगस्त को फिर गिरफ्तार कर लिया, जबकि देवा भुइयां अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।
प्रेमिका से कहा था-फिल्मों में जेल से फरारी देखी होगी, तेरा हीरो करके दिखाएगा
अंकित ने प्रेमिका से कहा था कि जेल से फरारी तुम अक्सर फिल्माें में देखती हाे, पर तेरा हीरो असल में ऐसा कर दिखाएगा। वादे को पूरा करने के लिए वह जेल में 15 दिन पूर्व से ही फरारी को अंजाम देने की जुगत में भिड़ गया था। उसने अपने वार्ड की खिड़की के रॉड को उस समय काटने लगा, जब वार्ड में टीवी चलता था। 30 को प्रेमिका का जन्मदिन था, परंतु 29 की रात में जमकर हो रही बारिश और गुल बिजली ने उसकी राह आसान बना दी। वह काटे रॉड को ऊपर की ओर मोड़ देवा के साथ जेल से भाग निकला।
वार्ड से निकलकर दीवार पर चढ़ा फिर बेकारबांध की ओर कूद गया
अंकित ने पुलिस को जेल से अपनी फरारी की कहानी भी बताई। रॉड काटने के बाद वह और देवा वार्ड के बाहर बरामदे पर आए। उसके बाद सीढ़ी के रास्ते महिला वार्ड के तरफ गए। महिला वार्ड से जेल की दीवार का फासला कम है। दाेनाें महिला वार्ड का छत पर पहुंचे। वहां से दीवार पर चढ़कर दूसरी तरफ कूद गए। दोनों बेकारबांध की तरफ से दाेनाें भागे थे।