दूसरे को फंसाने के चक्कर में अपने फंस गया साइबर सेल के सहायक पुलिस आंनद कुमार…घूस लेने का वीडियो वायरल……
दुमका। साइबर सेल में तैनात सहायक पुलिस आनंद कुमार ने दुमका स्थित शिकारीपाड़ा के एक युवक को साइबर अपराधी बनाकर पहले सेल में डाला और फिर छोड़ने के एवज में 75 हजार रुपये भी ले लिया।बुधवार की देर शाम लेनदेन का वीडियो वायरल होने के बाद आनंद को तत्काल सेल से हटाकर जांच शुरू कर दी गई है।
बताया जाता है कि साइबर अपराधी बनाने के नाम पर जिस व्यक्ति से 75 हजार रुपया लिया गया है, वह शिकारीपाड़ा के द्वारपहाड़ी गांव का अली हुसैन है।अली ने बताया कि वह बीआरओ के तहत हिमाचल प्रदेश में काम करता है। कुछ दिन पहले घर आये, तो दांत में दर्द हुआ। डॉक्टर के पास गये तो उन्होंने दांत उखाड़ दिया।फिर से दर्द उठने पर 15 सितंबर को डॉक्टर के पास फिर से जांच कराने के लिये गये, तो उन्होंने दवा दी और कहा कि खाली पेट दवा नहीं खाना है। घर जाने के क्रम में कुरूवा में एक होटल में खाना खा रहे थे।खाना शुरू ही किया था कि तभी पुलिस की जीप से तीन लोग सादे लिबास में आये और हाथ पकड़ लिया।कहा कि साइबर अपराध करता है। तुम्हारी लंबे समय स से तलाश थी।जब पुलिस जवानों को युवक ने सारी बात बतायी और दवा का पर्चा दिखाया, तो कुछ सुना ही नहीं गया।विरोध किया तो पीटने की धमकी दी गयी। डर के कारण उनके साथ चले गये।तीनों ने सीधे साइबर सेल में डाल दिया।एक सिपाही ने कहा कि अपराधी बनने से बचना चाहते हो, तो डेढ़ लाख रुपया देना होगा। वरना झूठे केस में फंसा देंगे।शाम तक युवक को बंद रखा।किसी तरह से 75 हजार देने की बात पर तैयार किया। घर के लोगों से बात की और किसी तरह से ससुर ने आकर सारे रुपये की व्यवस्था की। रुपये मिलने के बाद युवक को देर शाम को छोड़ा गया, लेकिन रुपये के लेन-देन करने का वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया गया।
इस संबंध में साइबर सेल डीएसपी शिवेंद्र ने कहा कि साइबर अपराधी बनाने के नाम पर पैसे लेने का एक वीडियो वायरल होने के बाद सेल में तैनात सहायक पुलिस आनंद को हटाते हुए एसपी से कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।जांच कर यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि सहायक पुलिस के साथ और दो कौन लोग थे।