राजधानी राँची में खुलेआम बच्चियों की ट्रैफिकिंग,14 साल की बच्ची को भी दिल्ली में 16000 की नौकरी दिलाने का दे रहे है दलाल लालच
–राजधानी राँची में खुलेआम बच्चियों की ट्रैफिकिंग,14 साल की बच्ची को भी दिल्ली में 16000 की नौकरी दिलाने का दे रहे है दलाल लालच
–पूरे शहर में बच्चियों को नौकरी दिलाने के नाम पर बाकायदा खोल रखा है सेंटर, शहर में स्टेशन रोड, बस स्टैंड में लगा रखा है विज्ञापन
–दैनिक भास्कर अखबार के रिपोर्टर ने तीन लड़कियों को नौकरी दिलाने के लिए की बात तो कहा गया सिर्फ लड़की और उनका आधार कार्ड लेकर आईए, बाकी सारा खर्च हमारी एजेंसी उठाएंगी
राँची।झारखण्डकी नाबालिग आदिवासी लड़कियों को दिल्ली में नौकरी दिलाने के नाम पर खुलेआम ट्रैफिकिंग की जा रही है। वो भी किसी दूसरे जिले में नहीं बल्कि राजधानी राँची में। इसके लिए दलालों ने बाकायदा एजेंसी खोल दिया है। नौकरी का प्रलोभन देने के लिए रांची शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व अन्य चौक चौराहों पर बड़े बड़े पोस्टर लगाए गए है। पोस्टर में लड़कियों को दिल्ली में नौकरी दिलाने के नाम 16 हजार रुपए का प्रलोभन दिया जा रहा है। ये प्रलोभन ब्रूमिज नाम की कंपनी दे रही है। जिसका शहर में पोस्टर लगाया गया है। लड़की किसी भी उम्र की हो उसे नौकरी दिलाने का पूरा आश्वासन दिया जा रहा है। भास्कर रिपोर्टर ने भी इस कंपनी से तीन लड़कियों को दिल्ली में नौकरी दिलाने के लिए बात की। इस कंपनी ने 14 साल की नाबालिग को भी दिल्ली में 16000 रुपए की नौकरी दिलाने का भरोसा दे डाला और सिर्फ आधार कार्ड लेकर आने के लिए कहा। यह भी कहा गया कि ट्रेनिंग से लेकर दिल्ली भेजने तक का पूरा खर्चा कंपनी उठाएगी।
रिपोर्टर व कंपनी की महिला रिप्रंजेटिटव से बात
रिपोर्टर :- इ नौकरी का विज्ञापन निकला था, उसके लिए बात करना है।
महिला :- हमलोग के पास खाना बनाने का, साफ सफाई का और बच्चा संभालने का नौकरी है। ई नौकरी हमलोग दिल्ली में दिलाते है। आपको नौकरी करना है।
रिपोर्टर :- नहीं हमरी बहन लोग है, तीन ठो, उसके लिए।
महिला :- उ लोग को दिल्ली जाना है।
रिपोर्टर :- हां। जाना है।
महिला :- हम लोग सभी सुविधा देते है महिलाओं को। उन लोगो के खाने का, रहने का ट्रेनिंग का सबकुछ का। ट्रेन का टिकट भी हम लोग ही उपलब्ध कराते है।
रिपोर्टर :- अच्छा
महिला :- पहले हमलोग के यहां तीन दिन का ट्रेनिंग होता है, फिर सबको लेकर दिल्ली ले जाते है। हमारा हेड क्वार्टर है लाजपत नगर में। वहां फिर से सबका तीन दिन का ट्रेनिंग होता है, फिर चौथे दिन सबको काम मिल जाता है।
रिपोर्टर : तो हमको क्या करना होगा, लेकर आना होगा।
महिला : हां। आपको सिर्फ लेकर आना होगा। उसके बाद सारा खर्चा हमलोग उठाएंगे।
रिपोर्टर :- लेकिन उम्र ज्यादा नहीं है। एगो का 14, एगो 17 और एगो 18 की है।
महिला :- ठीक है तीनों को लेकर आ जाईए। 14 साल वाली को भी नौकरी मिल जाएगा।
रिपोर्टर :- कहा आना होगा।
महिला :- आईटीआई बस स्टैंड के पास आना होगा।
रिपोर्टर :- हम आईटीआई नहीं देखे है।
महिला : कोई बात नहीं आप सिर्फ पिस्का मोड़ आ जाइएगा ना आपको हम आकर ले लेंगे।
रिपोर्टर : केतना पैसे मिलेगा।
महिला : 16 हजार एक जन को मिलेगा।
रिपोर्टर :- काम तो घरे का ना करना होगा।
महिला : वहीं साफ सफाई।
रिपोर्टर : कहा ले जाएईएगा।
महिला : दिल्ली।
रिपोर्टर :- ठीक है आपका नाम क्या हुआ
महिला :- पल्लवी।
रिपोर्टर :- ठीक है मंगर को हम आएंगे।
महिला :- कल आईए ना।
रिपोर्टर :- नहीं कल नहीं मंगर को आएंगे।
महिला : ठीक है आप आईए, अपनी बहन लोग को कह दीजिएगा कि अपना आधार पकड़ लेगी, दो गो फोटो पकड़ लेगी। बैंक पासबुक पकड़ लेगी और कोरोना का टीका वाला कागज ले लेगी।
रिपोर्टर : कोरोना वाला तो नहीं है गांव में नहीं ले पाए ना टीका
महिला : कोई बात नहीं हमारी संस्था कोरोना का सर्टिफिकेट दिलवा देगी।
(नोट :- पूरी बातचीत की रिकार्डिंग है)
राँची के पिस्का मोड़ में चल रही है नौकरी दिलाने वाली एजेंसी
नौकरी दिलाने के नाम पर जो संस्था ब्रूमिज राँची में खोली गई है उसका कार्यालय पिस्का मोड़ इटकी रोड में आईटीआई बस स्टैंड के पास लक्ष्मी नारायण कॉम्पलेक्स में चल रहा है। अधिक जानकारी के लिए एक मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है जिसका नंबर 9639631069 है।
बाल अधिकार कार्यकर्ता ने मुख्यमंत्री सहित एनसीपीसीआर अध्यक्ष को किया सूचित
राँची में एजेंसी खोल मानव तस्करी की जा रही है इस संबंध में बाल अधिकार कार्यकर्ता बैधनाथ कुमार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व एनसीपीसीआर अध्यक्ष को भी इसकी जानकारी दी है। बताया है कि रांची में पोस्टर लगा नाबालिग बच्चियों की ट्रैफिकिंग दिल्ली में नौकरी दिलाने के नाम पर किया जा रहा है। इस कंपनी के विरुद्ध शीघ्र कार्रवाई की जाए।