शिक्षक का दिल साली पर आया: साली को भगाकर शादी रचा ली,पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने कोलकाता के एक होटल में दोनों को पकड़ा
पटना।बिहार के पटना जिले की घटना हैं।जहाँ एक शिक्षक को अपनी साली पर ही दिल आ गया और बीबी बच्चों को छोड़कर साली से दूसरी शादी कर हनीमून मनाने कोलकाता पहुँच गया।पुलिस ने पत्नी की शिकायत पर कोलकाता के एक होटल से गिरफ्तार किया है।बताया जा रहा है कि जिले के बिक्रम में एक स्कूली शिक्षक ने अपनी पत्नी और बच्चों को छोड़ दूसरी शादी रचा ली। शादी की भी तो पत्नी की चचेरी बहन से और इसके बाद वह घर से भाग गया। घबराई और गुस्साई पत्नी मामले को लेकर थाने पहुंच गई। शिकायत मिलने पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पति को उसकी दूसरी पत्नी के साथ कोलकाता के एक होटल से गिरफ्तार किया है।
क्या है मामला
ये शिक्षक की प्रेम कहानी पटना के बिक्रम के भक्तसारा गांव का है। यहां के निवासी गौतम कुमार पटना के गर्दनीबाग के अलकापुरी मध्य विद्यालय में पदस्थापित हैं। गौतम कुमार की शादी गया के भदान निवासी रामप्रवेश सिंह की बेटी पिंकी कुमारी से साल 2003 में हुई थी। पिंकी कुमारी से 13 साल का एक बेटा निर्भय कुमार और 8 साल की एक बेटी नंदनी कुमारी है।पिंकी कुमारी ने पुलिस को बताया की कुछ माह पहले उनके पति गौतम कुमार पटना के अथमलगोला की रहनेवाली उनकी चचेरी बहन अंजली कुमारी को लेकर घर से फरार हो गए थे। जब उन्होंने बिक्रम थाने में इसकी शिकायत की तो गौतम ने उसे जान से मार डालने की धमकी दे डाली थी। बावजूद इसके पिंकी कुमारी अपने पति की धमकी से डरी नहीं और लगातार पुलिस से शिकायत करती रही।वरीय अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने पिंकी कुमारी के आवेदन पर शिकायत दर्ज कर छानबीन शुरू की तो पता चला कि गौतम कुमार कोलकाता के एक होटल में अंजलि के साथ ठहरे हुए हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गौतम को वहां से बरामद कर लिया। पूछताछ के क्रम में दोनों ने एक दूसरे से शादी करने की बात स्वीकार की है।
इधर बिक्रम थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि पहली पत्नी के रहते हुए दूसरी शादी करने के आरोप में शिक्षक गौतम कुमार को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया गया है।
वहीं पहली पत्नी पिंकी और उसके परिजनों ने बताया कि गौतम उसे प्रताड़ना करते थे। जान से मारने की धमकी भी दी थी। पिंकी ने कहा, ‘वह इस बात को कभी स्वीकार नहीं करेगी कि पहली पत्नी के रहते हुए उनके पति घर में सौतन लाएं। आज चचेरी बहन ही उनकी सौतन और सबसे बड़ी दुश्मन बनी हुई है। वह और उनके दोनों बच्चे भुखमरी के कगार पर हैं। समझ नहीं आ रहा है कि दोनों बच्चों के साथ इतनी लंबी जिंदगी कैसे और किस के सहारे गुजारेंगे।