माँ के सामने ही बेटे की दर्दनाक मौत,दमकल गाड़ी ने बच्चे को कुचल दिया था

पलामू।सोचिए अगर किसी माँ के सामने उसका बेटा तड़प तड़पकर मर जाये तो उस माँ और आसपास के लोगों पर क्या बीतता होगा।ऐसा ही मामला रविवार को देखने को मिली जहां आग बुझाने जा रहे फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने घर के चिराग को बुझा दिया। एक माँ के सामने उसके बच्चे को कुचल डाला। यह घटना रविवार की सुबह पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर में डीसी आवास के ठीक सामने कचहरी चौक पर हुई। मृतक वैभव सिंघानिया (12) महावीर वस्त्रालय के संचालक राजकुमार सिंघानिया का भतीजा है।वैभव के पिता स्व सागर सिंघानिया आधुनिक प्रतिष्ठान के संचालक थे। स्कूल में छुट्टी होने के कारण वैभव अपनी माँ और छोटे भाई उमंग के साथ मॉर्निंग वॉक पर निकला था। भाई उमंग कचहरी परिसर में स्केटिंग कर रहा था। जबकि वैभव साइकिल चला रहा था।तभी रेड़मा में एक टिंबर में लगी आग को बुझाने के लिए अग्निशमन वाहन (जेएच 05 – 1237) पानी लेने जा रहा था। तेज रफ्तार में ओवरब्रिज से उतरते के साथ ही वाहन ने कचहरी चौक पर वैभव को अपनी चपेट में ले लिया। इससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
वैभव सेक्रेड हार्ट स्कूल में 7वीं क्लास का छात्र था। घटना के बाद अग्निशमन चालक गाड़ी लेकर शहर थाना पहुँच गया और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। चालक अन्द्रियस खेस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया।

रविवार की सुबह करीब 6:30 बजे का है। हादसे से आक्रोशित लोगों ने कचहरी चौक की सभी सड़कों को बेरिकेडिंग, गाड़ियों को खड़ा कर जाम कर दिया। लोगों की मांग थी कि ड्राइवर पर कड़ी कार्रवाई की जाए। बच्चे की मांं के लिए नौकरी-मुआवजे की व्यवस्था हो।उसके बाद पुलिस ने समझाकर सड़क जाम हटाया था।

वहीं वैभव की मां सिर्फ एक ही रट लगाए हुए थी कि मुझे कुछ नहीं चहिए सिर्फ मेरा बच्चा लौटा दीजिए। पति की मौत के बाद बच्चों के सहारे ही जिंदगी चल रही थी। बदहवास माँ और बच्चे की मामी पूर्व वार्ड पार्षद किरण अग्रवाल बार-बार बच्चे के शव से लिपट जा रही थीं।इसे देख वहां मौजूद हर किसी की आंख नम हो गई।माँ से बात करते हुए पदाधिकारी भी रो पड़े। परिवार के ऊपर 13 महीने में दूसरी बार दुखों का पहाड़ टूटा है। बच्चे के पिता सागर सिंघानिया ने पिछले वर्ष मार्च माह में महिंद्रा आर्केड के बगल में स्थित अपने तीन मंजिले घर से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।

वहीं लोग पदाधिकारियों को बुलाने पर अड़े थे। घटनास्थल पर पहुंचे एसडीओ राजेश साह, एसडीपीओ सुरजीत कुमार,सीओ जेके मिश्रा ने परिजनों को प्रक्रिया के तहत कार्रवाई के बारे में समझाया और पूरी मदद का भरोसा दिया, लेकिन लोग अधिकारियों से लिखित आश्वासन के लिए अड़े थे।जब लोग जाम हटाने के लिए तैयार नहीं हुए तो डीसी को आना पड़ा। डीसी शशिरंजन ने आश्वस्त किया कि पीड़ित परिवार के साथ पूरा न्याय होगा। नौकरी और मुआवजा की मांग पर गंभीरता से कार्य किया जाएगा। चेंबर अध्यक्ष आनंद शंकर ने कहा कि व्यवसाय चलता रहे इस दिशा में प्रयास होगा। 3 घंटे बाद बच्चे का शव सड़क से उठा पोस्टमार्टम के लिए एमएमसीएच भेजा गया उसके बाद पोस्टमार्टम करवाकर परिजनो को सौंपा था।