सुखद खबर:कोरोना जंग@हजारीबाग:माँ का दूध बच्चों के लिए अमृत के समान होता है।ये एक बार फिर साबित हुआ है,इससे न सिर्फ बच्चों का पेट भरता है,बल्कि उनके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित होता है-सिविल सर्जन

हजारीबाग।हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाजरत पांच कोरोना संक्रमित मरीजों को मंगलवार को छुट्टी दे दी गई।इनमें दो वैसी महिलाएं भी शामील हैं, जो हाल में मां बनीं।इसी के साथ जिले में पिछले 24 घंटे के अंदर 12 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए।इनसभी को अब 14 दिन के होम क्वारंटाइन में रहना होगा।

स्वस्थ होने वाले मरीजों में शामिल दो मांओ के नवजात का भी सैंपल लेकर टेस्ट किया गया।लेकिन दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई। ये दोनों नवजात संक्रमित माताएं के पास ही रहे और उनका स्तनपान भी किया।लेकिन नवजातों में कोरोना संक्रमण नहीं पाया गया।अब दोनों माताएं का भी दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आयी। जिसके बाद दोनों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

माँ का दूध बच्चों के लिए अमृत समान

सिविल सर्जन ने बताया कि ये सभी लोग कोरोना से जंग जीतकर घर लौट रहे हैं।उन्होंने संक्रमित माताओं के नवजातों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर खुशी जताते हुए कहा कि माँ का दूध अमृत के समान होता है।ये एक बार फिर साबित हुआ है,इससे न सिर्फ बच्चों का पेट भरता है, बल्कि उनके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित होता है।इससे बच्चे किसी तरह के वायरस से लड़ सकते हैं।

ताली बजाकर स्वास्थ्यकर्मियों ने बढ़ाया हौंसला

दोनो माताएं जब अपने बच्चों को गोद में लेकर अस्पताल से बाहर निकलीं, तो स्वास्थ्यकर्मियों ने ताली बजाकर इनका हौंसला बढ़ाया। दोनों महिलाएं कटकमसांडी प्रखंड क्षेत्र की रहने वाली हैं। गत 11 मई को इन्होंने सिजेरियन ऑपरेशन से दोनों ने बच्चों को जन्म दिया।जिसके बाद इनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी।बता दें कि जिले में अबतक कोरोना से संक्रमित 15 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, वहीं 30 मरीजों का इलाज जारी है।कुल 45 मरीज अबतक मिले हैं।

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