प्रेम कहानी का अंत:प्रेमिका को लेकर भागे प्रेमी को बड़े प्यार से गांव बुलाया फिर…
झारखण्ड न्यूज,डेस्क
बांका।बिहार के बांका जिले के धौरेया से चार दिन पहले जिस युवक की सिर कटी लाश की बरामदगी की गई थी, उसकी शिनाक्त भागलपुर जिला के खुटहा निवासी युवक आशीष कुमार पासवान के रूप में हुई है।बताया गया कि गांव की एक लड़की को लेकर भागने पर उसकी निर्मम हत्या की गई। आशीष गांव की ही एक लड़की से प्रेम करता था। दोनों एक दूजे के लिए होने की कसम खा चुके थे। लेकिन एक ही गांव और पड़ोस में शादी को लेकर किसी का परिजन तैयार नहीं थे। लिहाजा उन्होंने इस प्रेम कहानी का अंत करने का प्लान बना लिया।इस प्रेम प्रसंग में राजीखुशी लड़की आशीष के साथ भागकर सूरत गुजरात चली गई थी।करीब दो महीने तक आशीष के साथ रह गई। लड़की के परिजनों ने इस दौरान किसी तरह उसे फोन पर मना वापस खुटहा घर बुला लिया। लड़की के परिजनों ने मेल माफ की बात कहकर आशीष और लड़की दोनों को भ्रम में रख दिया। फिर आशीष को भी लड़की से मिलने खुटहा बुला लिया। इसी दौरान लड़की के परिवार के चार लोगों ने मिलकर तिलौंधा नहर के पास गला दबा कर आशीष की हत्या कर दी। इसके बाद डभिया से उसका रेतकर अलग कर दिया। शव को तिलौंधा में फेंकने के बाद सिर को भेलाय के मुक्ता तालाब में फेंक दिया।शव की पहचान होने के बाद पुलिस ने आशीष के पिता विनोद पासवान से पूछताछ की। विनोद से पुलिस को सारी कहानी पता चल गई। अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने आशीष के ही साथी जय हिंद पासवान को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर ही सिर को तालाब से बरामद किया। जय हिंद ने पुलिस पूछताछ में बताया कि गांव का साथी होने के कारण आशीष से उसकी अच्छी बनती थी।उसने आगे बताया कि लड़की को भगाने पर उसका पूरा परिवार काफी आक्रोश में था। उसे आशीष पासवान को केवल तिलौंधा पहुंचाने के लिए 50 हजार रुपया देने की बात हुई थी। वह हत्या में शामिल नहीं है। हत्या लड़की के ही तीन रिश्तेदारों ने मिलकर की है।
थानाध्यक्ष महेश्वर प्रसाद राय ने बताया कि आशीष हत्याकांड में पुलिस ने जय हिंद पासवान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। प्रेम प्रसंग में हत्या हुई है। पुलिस हत्या में शामिल और लोगों की खोज कर रही है। जल्द सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।