Ranchi:बच्चों के आश्रय गृह का रक्षक करता था नाबालिग के साथ कुकर्म,हुआ सील
राँची।राजधानी राँची में बच्चे के आश्रय गृह का रक्षक बच्चों के साथ कुकर्म करता था।यह मामला सामने आने के बाद जहां राँची के आईटीआई स्थित बालश्रय के सुरक्षा प्रहरी शम्भू प्रसाद लोहरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वही मंगलवार को जांच के बाद उपायुक्त के आदेशानुसार बालाश्रय को सील कर दिया गया। पूरी कार्रवाई बाल कल्याण समिति की उपस्थिति में हुई। अब बच्चे निवारणपुर स्थित बाल गृह में है।
बालाश्रय का सुरक्षा प्रहरी करता था बच्चो के साथ कुकर्म
बालश्रय में रहने वाले एक 11 साल के नाबालिग के साथ पिछले एक माह से सुरक्षा प्रहरी कुकर्म कर रहा था। इस संबंध में बालाश्रय की अधीक्षक द्वारा पंडरा ओपी में आरोपी प्रहरी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसके बाद पंडरा ओपी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शंभू प्रसाद लोहरा को गिरफ्तार कर लिया था। एक महीने से कुकर्म कर रहे प्रहरी के डर से नाबालिग बालाश्रय के अधीक्षक को जानकारी अधीक्षक को नहीं दे रहा था। लेकिन जब लगातार वह कुकर्म करने लगा तब उसने इसकी जानकारी अधीक्षक को दी। अधीक्षक ने मामले की सत्यता की जांच की, तो बात सही निकली थी। इसके बाद उक्त सुरक्षा प्रहरी के विरुद्ध अधीक्षक ने पंडरा ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई।
सदस्य कर रहे हैं संचालक पर कार्रवाई की मांग
बालाश्रय की बिल्डिंग को सील कराने के दौरान सीडब्ल्यूसी के सदस्य भी वहां मौजूद रहे। सदस्य बैद्यनाथ कुमार ने बताया कि शेल्टर होम में इस तरह की घटना घटी है। इसके लिए संचालक भी जिम्मेदार हैं। नियमानुसार उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
अनाथ बच्चों का ठिकाना है बालाश्रय
बालाश्रय में मुख्य रूप से अनाथ बच्चों को रखा जाता है। ऐसे बच्चे जिन्हें ट्रैफिकिंग अन्य जगहों से सरकार मुक्त कराती हैं। यहां उन्हें अधिकारियों की देखरेख में रखा जाता है। उनके रहने-खाने से लेकर शिक्षा और बेहतर जीवन उपलब्ध कराया जाता है। इसका सारा खर्च सरकार वहन करती है।
परिजनों से पैसे की करता था मांग
जांच में यह बात भी सामने आई की आरोपी शंभू प्रसाद लोहरा बालाश्रय में रहने वाले बच्चों के परिजनों को फोन कर अवैध तरीके से पैसे की भी मांग करता था। कई परिजनों से उसने पैसे भी लिए थे। बच्चों को उनके परिजनों से बिना अधीक्षक के भी आरोपी मिलवाता था।