नक्सलियों की सफलता या प्रशासन की नाकामी? पांच बूथ के 2967 मतदाता परिवार सहित दो दिन पहले ही गांव छोड़कर चले गए थे।

(फ़ाइल फोटो)

सरायकेला: जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूरी पर स्थित खरसावां विधानसभा क्षेत्र के कुचाई प्रखंड में नक्सलियों के द्वारा चुनाव से पूर्व किए गए पोस्टरबाजी और वोट बहिष्कार का फरमान सफल रहा नक्सलियों का खौफ इस कदर स्थानीय लोगों पर हावी हुआ कि
कुचाई प्रखंड में 63 बूथ हैं,जिनमें
पांच बूथ जोंबरो, कुमाई, रोलाहातू, तंबूरा और गिलुवा को गिलुवा बूथ में स्थानांतरित कर दिया गया था,लेकिन यहां नक्सलियों के डर से एक भी वोट नहीं पड़ा.इसके अलावा मेरोमगंगा के चार बूथ में इक्का-दुक्का मतदाता वोट देने गए जहां दो से तीन फीसद मतदान हो हुआ.

पांच बूथ के 2967 मतदाता परिवार सहित दो दिन पहले ही गांव छोड़कर चले गए थे:

मिली जानकारी के अनुसार कुचाई प्रखंड के पांच बूथ जोंबरो, कुमाई, रोलाहातू, तंबूरा और गिलुवा में रहने वाले पांचों बूथ के 2967 मतदाता चुनाव होने से दो दिन पूर्व नक्सलियों के डर से अपने-अपने घर छोड़ कर बाहर चले गए थे. बता दें कि चुनाव से पहले इस क्षेत्र में नक्सलियों के द्वारा वोट बहिष्कार का ऐलान किया गया था और वोट देने वाले गंभीर चेतावनी भुगतने का बात भी कही गई थी.यदि ग्रामीण लोग गांव में रहते तो पुलिस प्रशासन अगर उनसे जबरदस्ती वोट डलवा देते उसके बाद ग्रामीणों के साथ नक्सली क्या करते इसी डर से 2967 मतदाता गांव छोड़कर कहीं बाहर चले गए थे.

नक्सलियों के द्वारा वोट बहिष्कार का नारा रहा सफल:-

सरायकेला जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूरी पर स्थित खरसावां विधानसभा क्षेत्र के कुचाई प्रखंड में नक्सलियों के बड़े कमांडर और कुख्यात नक्सलियों का जमावड़ा लगा हुआ है.क्षेत्र में चुनाव नजदीक आते ही नक्सलियों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी और वोट बहिष्कार करने के लिए जगह जगह पर पोस्टरबाजी करके दहशत फैलाने का काम किया था.नक्सलियों के द्वारा वोट बहिष्कार का ऐलान इन पांचों बूथ में पूरी तरह से सफल रहा मतदाता नक्सलियों के खौफ से मतदान करने नहीं निकले बताया जा रहा है कि इन पांचों बूथों पर 9 दिसंबर को पुनः चुनाव करवाया जाएगा