कामयाबी की उड़ान: झारखण्ड की पांच बेटियों को अमेरिका में मिलेगी हॉकी की प्रशिक्षण।
राँची। झारखण्ड के तीन जिले की पांच बेटियों को अमेरिका में हॉकी की ट्रेनिंग दी जाएगी। खूंटी, सिमडेगा, गुमला की रहने वाली इन लड़कियों को पहली बार विदेश जाने का मौका मिला। मौका मिला कहना बेईमानी होगी क्योंकि इन बेटियों ने अपने मेहनत और लगन के बलबूते इस मौके को हासिल किया है। राज्य के तीनों जिले के ग्रामीण इलाके की ये पांच लड़कियां कामयाबी की नई उड़ान भरने को तैयार हैं। सभी लड़कियों को अमेरिका में हॉकी की ट्रेनिंग मिलनी है।
तीन संस्थाओं का अहम भूमिका
झारखण्ड राज्य की इन पांच बेटियों की प्रतिभा निखारने में तीन संस्थाओं का अहम भूमिका रहा है। इस तीन संस्थाओं में शक्ति वाहिनी, यूएस कॉन्सोलेट कोलकाता, और बाल कल्याण समिति शामिल हैं। इन तीनों संस्थाओं के प्रयास से ही पांचो लड़कियों को अमेरिका में ट्रेनिंग का मौका मिला है। बाल कल्याण समिति के बैद्यनाथ कुमार ने कहा कि एक छोटी सी कोशिश से किसी की जिंदगी बदल सकती है, और यही कोशिश हमलोगों के द्वारा की गई है। झारखण्ड की बेटियां आगे बढ़े इसी उम्मीद के साथ मैं काम कर रहा हूँ।
कैसे हुआ चयन
बाल कल्याण समिति के बैद्यनाथ कुमार ने बताया की पिछले साल तीनों जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से 106 लड़कियों का चयन कर हॉकी का प्रशिक्षण देकर प्रतियोगिता में उतारा गया। प्रतियोगिता के दौरान ये पांच लड़कियां अव्वल रहीं। इन पांचों लड़कियों का चयन परफॉर्मेंस के आधार पर हुई। अब इन लड़कियों को अमेरिका में ट्रेनिंग मिलेगी।
अमेरिका में होगी हॉकी की मुफ्त ट्रेनिंग, अमेरिका उठाएगा खर्च
बाल कल्याण समिति के बैद्यनाथ कुमार के अनुसार खूंटी, गुमला और सिमडेगा के जिन पांच लड़कियों का चयन हुआ है उनके ट्रेनिंग का पूरा खर्च अमेरिका उठाएगा। अमेरिका में मिडिलवरी यूनिवर्सिटी की कोच द्वारा इन पांचों लड़कियों को एक महीने तक हॉकी का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन लड़कियों का हॉकी के प्रशिक्षण के लिए अप्रैल माह में अमेरिका का दौरा तय है।