सर,ये मेरा रुपया नहीं है;जिसका है उसे ढूंढ कर रुपया दे दें,बालक की बात सुनकर थाना प्रभारी चकित……
नवादा।बिहार के नवादा में चौथी कक्षा में पढ़ने वाले एक बच्चे ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है।और उस बच्चे ने समाज के लोगों को एक बड़ी सीख दी है। पीयूष रंजन को नवादा शहर के भगत सिंह चौक पर 800 रुपये सड़क पर मिले।इसके बाद वह थाना पहुंच गया।थानाध्यक्ष से मिलकर उसने पूरी बात बताई।इसके बाद थानाध्यक्ष सहयोगी बालक की ईमानदारी को देख चकित रह गए। वहीं जिले के लोग बालक की इस ईमानदारी को लेकर चर्चा कर रहे हैं।बता दें कि 7 वर्षीय पीयूष रंजन सदर प्रखंड के पटवासराय गांव निवासी राहुल रंजन का पुत्र है।बालक को नवादा शहर के भगत सिंह चौक पर 800 रुपये सड़क पर मिले।लेकिन उस रुपये को पास रख लेने के बजाय वह सीधे नगर थाना लेकर पहुंच गया।थानाध्यक्ष से मिलकर उसने पूरी बताई कि यह रुपया उसका नहीं है। इसलिए वह थानाध्यक्ष से रखने को कहा।साथ ही कहा कि यह रुपया जिसका है उसे खोज कर दे दें।बालक की इस ईमानदारी को देख थानाध्यक्ष चकित रह गए। उन्होंने बालक की खूब पीठ थपथपाई और चॉकलेट भी दिया।
“मैं जीवन ज्योति पब्लिक स्कूल में पढ़ाई करता हूं।वहां हमारे सर और हमारे प्रिंसिपल के द्वारा हम लोगों को बेहतर शिक्षा दिया जाता है। स्कूल में हम लोगों को अच्छी सोच और अच्छे विचार रखने को भी कहा जाता है। टीचर बताते हैं कि ईमानदारी से काम करने वाले लोगों को हर जगह सम्मान मिलता है”- पीयूष रंजन
“इस बच्चे ने समाज के लोगों को प्रेरणा दिया है। आज भी ईमानदार लोगों की कमी नहीं है। हमें बहुत खुशी हुई की एक ईमानदार छोटा सा बालक अपने पिता से जिद पर अड़ा और सीधा थाना पहुंचकर हमारे हाथ में पैसा दिया है”- अरुण कुमार सिंह, थानाध्यक्ष