Ranchi:राजमोहन अंकल ने मेरे साथ गलत हरकत की और पापा को पकड़कर जोर जोर से रोने लगी बिटिया,जेल अधीक्षक की शर्मनाक हरकत से शर्मसार हुआ फ्लैट के लोग,जेल अधीक्षक गिरफ्तार
राँची।झारखण्ड के गिरिडीह के जेल अधीक्षक राजमोहन राजन की शर्मनाक हरकत से कलंकित हुआ दोस्ती के रिश्ते। नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ का आरोप में जेल अधीक्षक को गिरफ़्तार कर लिया है।बताया जा रहा है कि गिरिडीह के जेल अधीक्षक राजमोहन राजन,पिता घूरा राम पर उनके ही पड़ोस में रहने वाली एक 13 साल की नाबालिग ने छेड़खानी का आरोप लगाया है।ये मामला तुपुदाना ओपी क्षेत्र का है।वहीं पुलिस ने त्वरित करवाई करते हुए जेल अधीक्षक को गिरफ़्तार कर लिया है।कोरोना जांच आने के बाद जेल भेज दिया जाएगा।
नाबालिग के पिता ने दर्ज कराया मामला
तुपुदाना ओपी में पीड़िता नाबालिग के पिता ने प्राथमिकी दर्ज कराया है।दर्ज प्राथमिकी के अनुसार गिरिडीह के जेल अधीक्षक राजमोहन राजन का जिले के तुपुदाना ओपी क्षेत्र में रहते हैं।उन्हीं के दोस्त जो हटिया रेलवे स्टेशन में कार्यरत हैं।दोनों का गृह जिला पलामू है।तुपुदाना में ही एक ही फ्लैट में दोनों का अलग अलग फ्लैट है।पीड़िता के पिता अनुसार शुक्रवार (4 मार्च 2022) को पहली पारी 6 बजे से 2 बजे तक ड्यूटी करने चले गए।पत्नी जो बिहार के नवादा में शिक्षिका है वहीं थी।घर में बेटा जो 10 वर्ष का और बेटी 13 वर्ष की अकेली थी।मुझे फ्लैट के ही एक व्यक्ति जो पड़ोसी है उन्होंने सूचना दी की आपके परिचित राज मोहन राजन ने आपकी बेटी के साथ कुछ गलत हरकत की है।बेटी रो रही है।उसके बाद में भागे भागे क्वार्टर पहुँचे तो बेटी जोर जोर से रोने लगी।उसने बताई की राजमोहन अंकल ने मेरे साथ गलत हरकत की है। जब नाबालिग ने उनका विरोध किया तब, 500 रुपये चॉकलेट खाने के लिए देकर और यह बात किसी को बताने को नहीं कह जेल अधीक्षक वहां से भाग गया।उसके बाद पीड़िता ने पड़ोसी को बताया।पीड़िता के पिता ने आगे लिखा है और पुलिस से मांग की की ऐसे समाज के हैवान लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की कृपा करें।
इधर पुलिस ने पीड़िता के पिता के लिखित शिकायत के बाद मामला दर्ज कर लिया है।आरोपी के ऊपर 354(A),IPC.f.8,10 Posco act.के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आरोपी जेल अधीक्षक के द्वारा समझौता की भी बहुत कोशिश की गई
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी की ओर से पैरवी भी बहुत आया।जब पैरवी काम नहीं आया तो समझौता करने के लिए कई लोग थाना पहुँच गया।सूत्रों की माने तो पीड़िता के परिजनों को मोटी रकम का प्रलोभन देकर केस वापस लेने की कोशिश भी की गई।लेकिन पीड़िता की माँ जो शिक्षिका है।उन्होंने आरोपी की ओर से किये समझौते के प्रयास को विफल कर दिया।
आरोपी की पत्नी ने मामला दर्ज कराई है !
इधर सूचना प्राप्त हुई है कि आरोपी जेल अधीक्षक की पत्नी ने भी पीड़िता के परिजनों पर छेड़छाड़ और जातिसूचक नाम लेकर गाली गलौज का मामला दर्ज कराई है।शायद आरोपी के द्वारा पीड़िता के परिजनों पर दबाब बनाने के लिए मामला दर्ज कराया हो हालांकि इस मामले की पुष्टि अभी नही हुई है कि मामला दर्ज हुआ है या नहीं।