रेमडेसिविर इंजेक्शन कालाबाजारी मामला:गिरफ्तार अभियुक्त राजीव सिंह ने एफएसएल झारखण्ड के डायरेक्टर को फोन कर कहा था कि वह एफएससीआई का डायरेक्टर बोल रहा है, चतरा इटखोरी में दर्ज अफीम केस की रिपोर्ट बताए।
–सीआईडी द्वारा राजीव सिंह के विरुद्ध डोरंडा थाना में दर्ज कराए गए फर्जीवाड़े मामले में कई जानकारी आई सामने
–पारस अस्पताल के डाक्टर को अप्रैल महीने में रेल डीआईजी बन फोन कर धमकाया था, 10 नंबर बेड का बिल कम करने के लिए दिया था दबाव
राँची।राजधानी राँची में रेमडेसिविर इंजेक्शन के कालाबाजारी मामले का सीआईडी अनुसंधान कर रही है। अनुसंधान के क्रम में गिरफ्तार अभियुक्त राजीव सिंह के मोबाइल की जांच में सीआईडी को कई जानकारी मिली है। मोबाइल की जांच में सीआईडी को कई ऑडियो क्लिप मिले है। जिसके बाद चार अगस्त को डोरंडा थाना में राजीव सिंह के विरुद्ध सीआईडी के इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। दर्ज प्राथमिकी में तीन ऑडियो क्लिप का खुलासा हुआ है। जो चौकाने वाला है। सीआईडी की प्राथमिकी के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त राजीव सिंह ने एफएसएल झारखण्ड के डायरेक्टर को भी उनसे बड़ा अधिकारी बता फर्जीवाड़ा करने की कोशिश की। राजीव सिंह ने एफएसएल झारखण्ड के डायरेक्टर को 23 फरवरी 2021 को दिन के 2.40 में फोन किया था। फोन कर उसने खुद को फारेंसिक साइंस एंड क्रिमिनोलॉजी अॉफ इंडिया (एफएससीआई) का डायरेक्ट बताया। फिर कहा चतरा के इटखोरी में जो अफीम बरामद हुआ था और प्राथमिकी दर्ज हुई थी, उसका रिपोर्ट क्या आया है? बताए। जबकि इस कांड से संबंधित जांच रिपोर्ट सिर्फ हाईकोर्ट और अनुसंधान पदाधिकारी को ही बताने के लिए वे अधिकृत है। लेकिन एफएसएल के डायरेक्टर ने राजीव सिंह की बातों से उसे पकड़ लिया और उक्त मामले में रिपोर्ट की जानकारी उसे नहीं दी।
पारस अस्पातल के डॉक्टर को रेल डीआईजी बन बिल करने का दिया दबाव
अप्रैल महीने में जब कोरोना का संक्रमण पीक पर था, तब राजीव सिंह ने पारस अस्पताल के डॉ. नीतेश को 25 अप्रैल को सुबह 9.49 में फोन किया। उसने खुद को डीआईजी रेल बताया। फिर कहा कि आपके अस्पताल में बेड नंबर 10 पर अतीश कुमार नाम का मरीज भर्ती है। उक्त मरीज का बिल कम कर दे। रेल डीआईजी का पद पर वरीय आईपीएस अधिकारी का पदस्थापना होती है। राजीव सिंह कई पुलिस के वरीय पदाधिकारियों के साथ उठता बैठता था। इसलिए उसने पुलिस पदाधिकारी बनकर डाक्टर पर रौब जमाने की कोशिश की।
एससी कमीशन के चेयरमैन का ओएसडी बनकर भी किया था फोन
उसके मोबाइल की जांच में सीआईडी को एक और ऑडियो क्लिप मिला जिसमें राजीव सिंह ने गोपाल कुमार को 21 फरवरी 2021 को एससी कमीशन के चेयरमैन का ओएसडी बन फोन किया। फिर उसे प्रिंस नाम के एक मरीज को सुविधा पहुंचाने के लिए दबाव दिया।