Ranchi:प्रवर्तन निदेशालय ऑफिस पहुंचे बेरमो विधायक अनूप सिंह,पूछताछ शुरू
राँची।झारखण्ड की हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के उद्देश्य से विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में बेरमो विधायक अनूप सिंह शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (इडी) जोनल ऑफिस पहुंचे हैं।जिसके बाद ईडी टीम उनसे पूछताछ शुरू कर दी हैं। ईडी ने बीते 16 दिसंबर को समन भेजकर अनूप सिंह को 24 दिसंबर को राँची जोनल ऑफिस में उपस्थित होने को कहा था। गौरतलब है कि बीते 9 नवंबर को ईडी ने विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में मनी लाउंड्रिंग की जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज कर ली थी। फिलहाल इसमें कांग्रेस के तीन विधायकों डॉक्टर इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।इन तीनों विधायकों को कोलकाता पुलिस ने एनएच-16 पर रानीहाटी के पास करीब 48 लाख रुपये के साथ 30 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया था। बाद में इस मामले की जांच पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता सीआइडी को ट्रांसफर कर दी थी।
अनूप सिंह ने राँची के अरगोड़ा थाने में जीरो एफआइआर दर्ज करायी थी
तीनों विधायकों के खिलाफ झारखंड के कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने राँची के अरगोड़ा थाने में जीरो एफआइआर दर्ज करायी थी, जिसे रांची पुलिस ने कोलकाता पुलिस को ट्रांसफर कर दिया था. इडी ने इसे ही अपनी प्रथमिकी का आधार बनाया है। इडी द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी में कहा गया है कि अनूप सिंह ने यह शिकायत की थी कि विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप उसे फोन कर हेमंत सरकार को गिराने में शामिल होने के लिए लालच दे रहे हैं।तीनों विधायक उसे कोलकाता बुला रहे हैं और 10 करोड़ रुपये देने का वायदा कर रहे हैं।डॉक्टर इरफान अंसारी और राजेश कच्छप कोलकाता बुला कर गुवाहाटी ले जाना चाहते हैं।वह हिमंता बिश्वा शर्मा से मिलाना चाहते हैं। श्री बिश्वा शर्मा उसे नयी सरकार में मंत्री बनाने का भी आश्वासन देंगे। इरफान अंसारी ने अनूप को यह भी कहा कि उसे स्वास्थ्य मंत्री बनाने का आश्वासन दिया जा चुका है।इरफान ने कहा कि वह दोपहर में कोलकाता पहुंच रहे हैं. इरफान ने यह भी कहा कि उससे संबंधित लोगों के लिए पैसे मिल चुके हैं। अनूप के गुवाहाटी पहुंचने और असम के मुख्यमंत्री के समक्ष वायदा करने के बाद उसका पैसा भी मिल जायेगा. अनूप को यह भी बताया गया कि असम के सीएम यह काम दिल्ली में बैठे भाजपा के कुछ बड़े नेताओं की इच्छानुसार कर रहे हैं।अनूप के अनुसार तब उन्होंने कहा था कि वह चुनी हुई संवैधानिक सरकार को गिराने के असंवैधानिक काम में शामिल नहीं होना चाहते हैं। इसलिए वह इस बात की सूचना दे रहे हैं, ताकि टोकन मनी लेकर कोलकाता में बैठे विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके. शिकायत में संबंधित विधायकों के अलावा अन्य लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिमियम की धारा 7 (सी) सहित दूसरी धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करें।
जीरो एफआइआर दर्ज करायी थी अनूप सिंह ने
कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने कैश कांड को लेकर अरगोड़ा थाने में जीरो एफआइआर दर्ज करायी थी. इसमें कहा गया है कि कोलकाता में पकड़े गये विधायकों ने 10-10 करोड़ रुपये दिलाने का ऑफर दिया था. इसी जीरो एफआइआर के आधार पर पूरे मामले की जांच पश्चिम बंगाल सरकार ने सीआइडी को सौंप दी थी. इस मामले में विधायक अनूप सिंह से कोलकाता सीआइडी की टीम पूछताछ कर चुकी है। कोलाकाता सीआइडी की टीम इसकी जांच के क्रम में असम भी जा चुकी है।