Ranchi:कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर प्रखंड स्तर पर जागरूकता अभियान,स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ बैठक कर भ्रांतियों को किया जा रहा दूर
राँची जिला के विभिन्न प्रखंडों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर टीकाकरण को लेकर जागरूकता फैलाई जा रही है। वरीय पदाधिकारी लगातार विभिन्न प्रखंडों का भ्रमण कर लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक कर रहे हैं। इसी क्रम में आज दिनांक 12 जून 2021 को परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री सुधीर बाड़ा ने मांडर प्रखंड के पुनगी ग्राम प्रधान श्री सुक्का उरांव के साथ बैठक कर लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया। टीकाकरण को लेकर मन में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने के बाद ग्राम प्रधान ने कोविड-19 वैक्सीन लिया और ग्रामीणों से भी टीका लेने की अपील की।
परियोजना निदेशक आईटीडीए ने मांडर प्रखण्ड सभागार में प्रखण्ड के सभी सरकारी स्कूलों के हेड मास्टर और शिक्षकों के साथ बैठक भी की। इस दौरान जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी डॉ0 प्रभात शंकर, बीडीओ सुलेमान मुंडरी, सीओ, बीई ईओ एवं शिक्षक उपस्थित थे।
शिक्षकों को टीका लेना अनिवार्य
बैठक के दौरान परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री सुधीर बाड़ा ने कहा कि शिक्षकों को टीका लेना अनिवार्य हैं। जब भी पठन पाठन का कार्य शुरू किया जाएगा तो शिक्षक, विद्यार्थियों के सम्पर्क में आएंगे, ऐसे में कोरोना संक्रमण को रोकने की जिम्मेवारी उनकी होगी और इसके लिए आवश्यक है कि सभी शिक्षक टीका लें।
शिक्षकों ने बताया कि प्रखंड में 153 शिक्षकों ने टीका का प्रथम डोज लिया है, कुछ ने दूसरा डोज भी लिया है। जबकि 164 ने टीका नहीं लिया है। पदाधिकारियों ने शिक्षकों से कहा कि आप सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए टीका अवश्य लें। जिन शिक्षकों ने पहला डोज ले लिया है वह दूसरा डोज ससमय लें।
शिक्षक टीकाकरण अभियान को सफल बनाएं
परियोजना निदेशक आई टी डी ए श्री सुधीर बाड़ा ने सभी शिक्षकों को कहा कि आप अपना टीकाकरण करवाने के पश्चात समाज के अन्य वर्ग के लोगों को भी टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। प्रखण्ड स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति तथा ग्राम स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों को सक्रिय भूमिका निभाने का निदेश दिया गया।
सभी टीका एक समान, कोई भेदभाव नहीं
मुलजुली गांव में जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि कई जगह यह भ्रांतियां हैं कि सरकारी कर्मियों को अलग क्वालिटी का टीका दिया जा रहा है, यह बिल्कुल गलत है। सभी लोगों को एक समान टीका ही दिया जा रहा है। टीका देने में कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है।