Ranchi:सोना लूटकांड का खुलासा,चर्चित राजू धानुका हत्याकांड में शामिल अपराधी तौकीर आलम समेत 7 गिरफ्तार,सोना समेत अन्य सामान बरामद
राँची।राजधानी राँची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू रोड(बिजली ऑफिस के पास) बीते 26 मार्च को हुए करीब आधा किलो सोना लूटकांड का राँची पुलिस ने खुलासा कर लिया है।और 14 मार्च 2009 को हुए चर्चित राजू धानुका हत्याकांड में शामिल अपराधी तौकिर आलम समेत सात अपराधी गिरफ्तार हुआ है।इस मामले में एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर राँची पुलिस की टीम ने पूरे मामले का खुलासा कर लिया है।पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए चर्चित राजू धानुका हत्याकांड में शामिल तौसिफ़ उर्फ दानिश समेत सात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों में दानिश मजहर, दिनेश प्रजापति, हरी गोप, जातिश महतो, करण सिंह, तौकिर आलम और असलम अंसारी शामिल हैं।अपराधियों के पास से सोना, बाइक समेत कई अन्य सामान बरामद किया है।अपराधी तौकिर आलम नामकुम थाना क्षेत्र में 2009 में हुए सिंह भाई हत्याकांड,राजू धानुका हत्याकांड समेत कई अन्य घटनाओं में शामिल था।
बाइक सवार अपराधियों ने दिया था लूटकांड को अंजाम
अरगोड़ा थाना क्षेत्र में अपराधियों ने बीते 26 मार्च की सुबह करीब साढ़े सात बजे एक बड़ी लूट को अंजाम दिया था. कोलकाता से सोना लेकर कर लौट रहे एक जेवर कारोबारी से आधा किलो सोना के जेवरात लूट लिए थे. जेवर कारोबारी जितेंद्र कुमार वर्मा के भाई अनीश कुमार कोलकाता से जेवर लेकर रांची पहुंचे थे. स्कूटी से हरमू विद्यापति नगर स्थित अपने घर लौट रहे थे.इस बीच तीन की संख्या में पहुंचे अपराधियों ने हरमू बायपास रोड के हरमू बिजली ऑफिस के सामने बीच सड़क पर हथियार के बल सोना लूट लिया था।इधर सोना लूट कांड का मुख्य मास्टर माइंड फरार बताया जा रहा है।जिसे पुलिस पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है।
राजू धानुका की दिनदहाड़े गोली मारकर कर दी गई थी हत्या
राँची के प्रसिद्ध व्यवसायी राजू धानुका की 14 मार्च 2009 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी।अपराधी बाइक से आये थे और घटना को अंजाम देने के बाद आराम से भाग निकले थे राजू धानुका फाइनांसर थे।कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित अति व्यस्त कचहरी रोड के भीड़भाड़ वाले शॉपिंग कंपलेक्स पंचवटी प्लाजा के पांचवें तल्ले पर उनकी कंपनी शिवम फाइनांस एंड लाइजनिंग का ऑफिस था।
14 मार्च 2009 को दिन के करीब सवा दो बजे धानुका अपने दफ्तर से घर जाने के लिए सीढ़ी से जसे ही नीचे उतर, उसी समय घात लगाकर इंतजार कर रहे अपराधियों ने गोलियों से उन्हें भून डाला. हमलावरों ने उनके सिर में नाइन एमएम पिस्टल की कई गोलियां मारी थी।वह फर्श पर गिर पड़े, अपराधी जब निश्चिंत हो गये, तो वहां से भाग निकले।जिस समय उन्हें गोली मारी गयी, उसी समय एमआर टॉवर में ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले उनके भाई विजय धानुका ने उनके मोबाइल पर फोन किया था. जब फोन नो रिप्लाई हुआ,तो उन्हें भी किसी अनहोनी की आशंका हुई थी इसके बाद राजू धानुका के हत्या की सूचना मिली थी।