Ranchi:क्रिप्टो करेंसी का लालच देकर सैकड़ों लोगो से की लाखों की ठगी,12 के विरुद्ध लोअर बाजार थाने में प्राथमिकी दर्ज
–मास्टर माइंड शम्स तबरेज ने रखे थे अपने तीन नाम,पश्चिम बंगाल के 24 परगना का रहने वाला है आरोपी
–किराए का मकान लेकर बड़े पैमाने पर ठगी के लिए तैयार किया गया था टीम, क्रिप्टो करेंसी के लिए बनाया गया था फर्जी वेबसाइट
राँची।क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लाखों रुपए की कमाई का सब्जबाग दिखा सैकड़ों लोगो से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। इस संबंध में लोअर बाजार थाना में ठगी के शिकार कर्बला टैंक रोड निवासी मो. फारुख राजा खान ने 12 के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिन पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है उनमें शम्स तबरेज, शाहिदा बीवी, रीता यादव, फरीदा खातून, असगर अली, शाहबाज हुसैन, सुजाता सरकार, प्रमोद कुमार वर्मा, दीपक कुमार शर्मा, आरिफ खान, शाबिर अली और अमित साव शामिल है। इस गिरोह का मास्टर माइंड शम्स तबरेज उर्फ देवराज उर्फ राहुल बजाज है। जो 24 परगना पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। उसने विभिन्न समुदाय के लोगो को ठगी को शिकार बनाने के लिए अपने कई नाम रखे थे। नाम बदल-बदल कर वह अलग अलग समुदाय के लोगो से मिल ठगी किया करता था। ठगी के लिए उसने एक राँची में फ्लैट भी किराए के लिए ले रखा था। उसने महिलाओं की एक बड़ी टीम बना रखी थी। पुरुषों को ठगी का शिकार बनाने के लिए अपनी टीम की महिलाओं को उनके पास भेजा करता था। वहीं विभिन्न समुदाय की महिलाओं को भी वे ठगी का शिकार बनाती थी।
फर्जी वेबसाइट बना लोगो को दिखाता था लाखों रुपए के सब्जबाग
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार क्रिप्टो करेंसी के नाम पर शम्स तबरेज ने एक फर्जी वेबसाइट बना रखा था, जिसका नाम https://www.primexbtc.uk था। इसी वेबसाइट पर ठगी के शिकार लोगो को उनके नाम के सामने लाखों रुपए का क्रिप्टो करेंसी हो गया है दिखाया करता था। उसने मो. फारुख रजा खान उनके संबंधी के नाम पर 43 लाख 40 हजार, संदीप सिंह व उनके संबंधी के नाम पर 36 लाख, तरंजीत कौर के नाम पर 9 लाख, इकबाल हुसैन के नाम पर 6 लाख 70 हजार, विशाल कुमार के नाम पर एक लाख 70 हजार और विशाल कुमार के नाम पर 35 हजार रुपए हो गए है दिखाया करता था। लेकिन कुछ समय के बाद इन लोगो को उसपर शक हुआ। जब सभी ने उक्त वेबसाइट की छानबीन की तो पता चला कि वह फर्जी है। मास्टर माइंड शम्स तबरेज ने उसे खुद बनाया है।
ठगी के लिए एक एनजीओ भी बना रखा था
शम्श तबरेज ने ठगी के लिए एक एनजीओ भी बना रखा था। जिसका नाम एंटी करप्शन फाउंडेशन अॉफ इंडिया रखा था। शम्स तबरेज खुद को उक्त एनजीओ का नेशनल डायरेक्टर बताया था। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार वह 2018 में ही अपने सहयोगियों के साथ राँची आ रहा था। जून 2019 से ही राँची आने पर शम्स तबरेज राँची के विभिन्न होटलों में कभी लालपुर, कभी चर्च रोड तो कभी स्टेशन रोड में रूकता। बड़े-बड़े होटलों में रुकने के बाद वह लोगो से वहीं संपर्क करता था। लोगो को प्रलोभन देता कि वे अगर क्रिप्टो करेंसी में निवेश करते है तो उन्हें मोटी कमाई होगी। फिर सभी को लालच देकर उनके पैसे क्रिप्टो करेंसी में लगाने के नाम पर ठगी कर लिए।