#RANCHI:नामकुम थाना क्षेत्र में पीडब्लूडी के असिस्टेंट इंजीनियर ने फांसी लगाकर की आत्महत्या,वहीं लालपुर थाना क्षेत्र में भी एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली..
राँची।नामकुम थाना अंतर्गत लोवाडीह नीचे कोचा में पी डब्लू डी के असिस्टेंट इंजीनियर प्रेम सोबित लकड़ा (35 वर्ष) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।सोबित दुरसंचार विभाग से सेवानिवृत्त बेंजामिन लकड़ा का बेटा था।आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।पिता के अनुसार शुक्रवार की सुबह परिसर में कुछ काम करवा रहे थे, लगभग साढ़े ग्यारह बजे सिंगरौली में रहने वालीं बेटी ने फोन पर बताया कि सोबित ने मैसेज भेजकर आत्महत्या करने की बात कही है उसे जाकर देखिए।पिता भागकर घर गए गए एवं सोबित की खोजबीन की।पिता ने घर के स्टोर रूम में देखा तो दरवाजा अंदर से बंद था।खिड़की से देखा तो सोबित ने प्लास्टिक रस्सी का फंदा बनाकर एस्बेसटस के पाइप के सहारे फांसी लगा ली थीं। काम कर रहे मजदूरों की सहायता से एस्बेस्टस तोड़कर दरवाजा खोला गया।परिजन उसे अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।परिजनों के अनुसार सोबित पी डब्लू डी में असिस्टेंट इंजीनियर था।बीते दो साल से आफिस नहीं जा रहा था एवं घर पर ही रहता था।शादी शुदा था परन्तु बच्चा नहीं था।मौके पर पहुंची नामकुम थाना के थाना प्रभारी प्रवीण कुमार सदलबल के साथ मौके पर पहुंचे और छानबीन की।वहीं पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है।
इधर एक लड़की ने सुसाइट नोट लिखकर आत्महत्या कर ली है
‘आंटी…! प्लीज…! पुलिस को कॉल नहीं कीजियेगा…मेरे घरवाले को कॉल कर दीजियेगा!” प्रियंका के ये आखिरी शब्द हैं, जिसे उसने अपनी जिंदगी खत्म करने से पहले अपनी स्टडी टेबल पर रखे इस कागज के टुकड़े पर उकेरा है।प्रियंका राँची के लालपुर थाना क्षेत्र के थड़पखना आरजी स्ट्रीट स्थित शुभम गर्ल्स हॉस्टल में रहकर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रही थी। शुक्रवार को उसने अपने कमरे में टुपट्टे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। प्रियंका पलामू के हैदर नगर की रहनेवाली है। वह राँची में रहकर पढ़ाई कर रही थी।
प्रियंका के आत्महत्या की सूचना शुक्रवार को करीब 12 बजे हॉस्टल संचालक ने पुलिस को दी। उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रियंका के साथ रहनेवाली लड़कियों ने बताया कि प्रियंका को खाने के लिए जब आवाज लगाई गई तो पता चला कि उसने आत्महत्या कर ली है। वह अपने कमरे में अकेले रहती थी। लॉकडाउन से पहले फरवरी महीने में ही वह शुभम हॉस्टल में शिफ्ट हुई थी। इससे पहले वह दूसरे हॉस्टल में रहती थी। हॉस्टल की अन्य लड़कियों के अनुसार प्रियंका पढ़ाई को लेकर काफी सीरियस रहती थी। वह जेपीएससी और एसएससी सहित अन्य कम्पीटिशन की तैयारी कर रही थी। परीक्षा में सफल नहीं होने के कारण वह परेशान रहा करती थी। लालपुर थाने की पुलिस सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर मामले की तफ्तीश में जुट गई है। पुलिस प्रियंका की सुसाइड की वजह जानना चाहती है। लालपुर थाने की पुलिस के अनुसार सुसाइड नोट और अन्य लड़कियों के बयान से लगता है कि प्रियंका नौकरी नहीं मिल पाने के कारण डिप्रेशन में थी।
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बीच आत्महत्या करनेवालों की संख्या में इन दिनों लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोई अपना व्यवसाय ख़त्म हो जाने से तो कोई नौकरी छूट जाने की वजह से मौत को गले लगा रहा है। तो कोई किसी और चिंता की वजह से। अगर पिछले एक महीने का आंकड़ा देखा जाये तो सिर्फ राँची में एक दर्जन से अधिक लोगों ने मौत को गले लगा लगाया है।