पटना:कम्पनी के 57.49 लाख रुपये हड़पने के लिए रच डाली लूट की घटना,पुलिस ने सिर्फ दो घंटे में खुलासा कर दिया,एक गिरफ्तार,39.80 लाख बरामद

पटना।बिहार की राजधानी पटना में अंकित मेटल एंड पावर लिमिटेड के कर्मी ने 57 लाख 49 हजार रुपये डकारने के लिये लूट का नाटक रच दिया। लेकिन एक झूठ से आरोपी रवि भास्कर पकड़ा गया। वह पटना के एनटीपीसी थाना के रैली गांव का निवासी है। पुलिस ने उसके पास से 39 लाख 80 हजार रुपये बरामद कर लिये हैं। दो और आरोपी की तलाश जारी है।

बताया गया कि यह पूरा मामला अंकित मेटल के गांधी मैदान थानांतर्गत एग्जीबिशन रोड के आनंद भवन स्थित कार्यालय में हुआ। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में इस कंपनी का मुख्य दफ्तर है, जबकि आनंद भवन के तीसरे तल्ले पर कलेक्शन सेंटर है। बीते एक सितंबर को रवि भास्कर ने 57 लाख 49 हजार अलग-अलग डिस्ट्रिब्यूटर से वसूले। एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि 39 लाख उसने अपने भाई के कदमकुआं थाना इलाके के बुद्धमार्ग स्थित किराये के मकान में छिपा दिया। बाकी पैसे लेकर सेंटर में आया। इसके बाद दो अन्य साथियों को बुलाकर उन्हें बाकी के रुपये दे दिये। दोनों के जाने के बाद रवि ने खुद को घायल कर लिया। फिर कंपनी के अफसरों को लूट की जानकारी दी।

वहीं रवि ने पुलिस को बताया कि दोपहर के तीन बजकर 50 मिनट पर घटना हुई, जबकि इसकी जानकारी पुलिस को सात बजे मिली। इससे शक हुआ और पुलिस को सीसीटीवी कैमरे में यह दिखा कि अपराधी उसी वक्त आये जिस समय रवि पैसे लेकर स्कूटी से पहुंचा। कैमरे में अपराधी हवाई चप्पल और लोअर-टीशर्ट, और मास्क पहने रवि के पीछे जाते दिखे। पुलिस उस वक्त चौंकी जब वहां से निकलते समय लुटेरे आराम से वहां से निकलते देखे गए।

देर से दर्ज हुई एफआईआर,दो घंटे में ही खुल गया राज

इस घटना के बाद कंपनी ने देर से एफआईआर करवायी। एसएसपी ने बताया कि लूट की खबर मिलने के बाद हो रही जांच से काफी कुछ स्पष्ट हो गया था लेकिन कंपनी के केस नहीं करवाने के कारण जांच आगे नहीं बढ़ पा रही थी। अंत में कपनी की ओर से बीते बुधवार को केस दर्ज करवाया गया। पुलिस ने इसके तुरंत बाद रवि से पूछताछ की। दो घंटे के भीतर यानी बुधवार रात 12 बजे वह टूट गया। पूछताछ के दौरान रवि ने पुलिस को बताया कि उसने लूट की गलत जानकारी दी थी, ताकि रुपये को गबन किये जा सके।

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