निर्भया केस: बंद हुआ फांसी से बचने का मुकेश का आखिरी रास्ता, दया याचिका खारिज

निर्भया रेप व हत्या मामले में दोषी मुकेश की दया याचिका को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खारिज कर दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति ने दोषी मुकेश की फांसी की सजा को बरकरार रखने की सिफारिश की है. गृह मंत्रालय ने यह याचिका राष्ट्रपति को भेजी थी.

गौरतलब है कि विनय की क्यूरेटिव पिटीशन पहले ही खारिज हो चुकी है. हालांकि विनय के पास अभी मर्सी पिटीशन का रास्ता बचा हुआ है. विनय ने अभी तक मर्सी पिटीशन दाखिल नहीं की है. इस मामले में अन्य दो दोषियों अक्षय और पवन ने अबतक न तो क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल की है, और ना ही मर्सी पिटीशन.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दया याचिका खारिज करने की खबर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा और आरपीएन सिंह ने दोषियों को जल्द सजा दिए जाने की मांग की है. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार आरपीएन सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अब दोषियों को सजा देने में देर नहीं की जानी चाहिए.

वहीं रेखा शर्मा ने ट्वीट कर कहा है कि निर्भया के दोषियों के काउंसलर और उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे लोग कानून से खिलवाड़ कर रहे हैं. वे जेल मैनुअल और कानून के लूप होल्स का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं.

बता दें कि आज ही गृह मंत्रालय ने मुकेश की दया याचिका सजा बरकरार रखने की नोटिंग के साथ राष्ट्रपति भवन भेजी थी. दूसरी तरफ सजायाफ्ता दोषियों की ओर से 22 जनवरी के लिए जारी डेथ वारंट पर रोक लगाने की मांग को लेकर दायर याचिका पर कोर्ट में सुनवाई होनी है.