सांसद संजय सेठ ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर झारखण्ड में 3 नए मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में नामांकन की अनुमति देने की रखी मांग
राँची। सांसद संजय सेठ ने आज दिल्ली में भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से मिलकर झारखण्ड के 3 नए मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में नामांकन करने की अनुमति देने की मांग रखी।सांसद सेठ ने बताया झारखण्ड एक पिछड़ा राज्य है पूर्व की रघुवर दास सरकार के प्रयास से यहां के बच्चों के भविष्य को देखते हुए 3 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग की गई थी।देश के यशस्वी प्रधानमंत्री के द्वारा वर्ष 2019 में 3 नए मेडिकल कॉलेज की शुरुआत हजारीबाग,पलामू और दुमका में की गई थी। परंतु एक सत्र के दाखिले के बाद ही अगले सत्र में दाखिले की अनुमति नेशनल मेडिकल काउंसिल के द्वारा नहीं दी गई।जिसके कारण झारखण्ड राज्य को 300 एमबीबीएस सीटों से वंचित रहना पड़ा।कोरोना महामारी को देखते हुए वन टाइम रिलैक्सेशन देकर इन 300 सीटों पर दाखिला की अनुमति दी जाए। जिससे 300 छात्रों का भविष्य उज्जवल हो सके।जिससे हमारे राज्य को भी इसका लाभ मिल सकेगा। सांसद संजय सेठ कल इसी को लेकर नेशनल मेडिकल काउंसिल के चेयरमैन DR. SC SHARMA से मुलाकात करेंगे।यह जानकारी सांसद के मीडिया प्रभारी संजय पोद्दार ने दी।
NMC ने बुनियादी सुविधाओं की कमी बता कर लगाई है रोक:
राज्य के तीन नये मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन को लेकर संकट की स्थिति है। हजारीबाग, दुमका और पलामू के मेडिकल कॉलेजों में नए सत्र में एडमिशन नहीं होने के कारण स्टूडेंट्स निराश हैं। नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) की ओर से इन कॉलेजों की खामियों को दूर करने का काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है। NMCने तीनों मेडिकल कॉलेजों में व्यवस्था की कमी और शिक्षकों की कमी सहित अन्य खामियां बताते हुए एडमिशन पर रोक लगायी थी। 15 अक्तूबर 2020 को NMC के सचिव डॉ आरके वत्स ने वर्ष 2020-21 से MBBS में नए एडमिशन पर रोक लगा दी थी।