पहाड़ सा दुख,पर माँ का समुद्र सा सब्र:मौत से पहले बीमार बेटा ने माँ से कहा-तुम्हीं देना मुखाग्नि,माँ ने निभाया धर्म
डकरा/राँची।चूरी सपही नदी मुक्तिधाम में गुरुवार को 76 साल की माँ गंगिया देवी ने बेटे अजय पोद्दार (43) को कांपते हाथों से मुखाग्नि दी। बिलखते हुए माँ ने कहा- “बीमार बेटे को मौत का अंदेशा हो गया था, इसलिए उसने कहा था कि माँ अंतिम विदाई तुम्हीं देना इसलिए कलेजे पर पत्थर रख बेटे की इच्छा पूरी कर रही हूँ।”बताया गया कि अजय बिहार के समस्तीपुर का था। परिवार में अब माँ के अलावा कोई नहीं है।वहीं श्मशान घाट पर पहुँचे लोगों ने माँ की सब्र शक्ति देख आंसू रोक नहीं पाए।