सास और ननद ने सुहागरात से पहले बहु का किया वर्जिनिटी टेस्ट, जेठ ने किया बलात्कार, सभी आरोपी गिरफ्तार
इंदौर। इंदौर जैसे बड़े और आधुनिक शहर में भी कितने दकियानूसी ख्यालों से भरे लोग रह रहे हैं। शहर में पिछले दिनों एक नवविवाहिता का सास और ननद द्वारा वर्जिनिटी टेस्ट करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीडि़ता लगातार कई माह आरोपियों की प्रताडऩा सहती रही। आरोप है कि सास की शह पर जेठ ने बलात्कार तक किया। घटना के बारे में जब पति को बताया तो उसने साथ देने के बजाए जान से मारने की धमकी दी। घबराई पीडि़ता तभी से अपने मायके में रहने लगी। बीमार मां के कोमा में चले जाने के बाद चिंतित पिता ने बेटी से ससुराल नहीं जाने का कारण पूछा तो उनके पैरो तले जमीन खिसक गई। मामला गंभीर होने पर पुलिस ने तत्काल केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार 30 वर्षीय नवविवाहिता की शिकायत पर आरोपी पति, सास, ससुर और जेठ के खिलाफ बलात्कार, दहेज प्रताडऩा, जान से मारने की धमकी की धारा में मंगलवार को केस दर्ज किया है। प्रकरण में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। पीडि़ता ने थाने पहुंच बताया कि मई 2017 में एक युवक से शादी एक रिसोर्ट में होने के बाद विदा होकर ससुराल आ गई। सुहागरात से पहले उनके पास आरोपी सास, ससुर, जेठ व ननद पहुंची। आरोप है तब सास पति से बोली की बहु की जांच करनी है, वह कुंवारी है या नहीं। इसके बाद सास और ननद उन्हेें बाथरूम ले जाकर वर्जिनिटी टेस्ट किया। पीडि़ता ने यह भी बताया कि जब इस घटना का उन्होंने विरोध किया तो ससुर बोले तुम्हारी सास जैसा बोले वैसा करो।
जब सभी आरोपी चले गए तो पति ने यह कह कर मामला निपटाने की कोशिश की कि परिवार में सभी पुराने ख्यालात के हैं। पीडि़ता ने पुुलिस को बताया कि अक्टूबर 2017 में सास ने उन्हें जेठ का कमरा व्यवस्थित करने भेजा। जब कमरे में पहुंची तो पीछे से जेठ आए और बलात्कार किया। घटना के बाद पीडि़ता रोती रही। जब शाम को पति घर आया तो उन्होंने घटना की जानकारी दी। इस पर पति ने इस बारे में किसी को बताने पर पीडि़ता व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी। अगले दिन पति ने बस में बैठाकर मायके भेज दिया।
पीडि़ता ने एफआईआर में दर्ज कराया की तभी से वे मायके में रह रही है। उनकी मां शुगर और दिल की मरीज है। वे कोमा में चली गई है। उन्हें पैरालिसिस अटैक आया है। इसके बाद से वे रोती रहती, उदास रहने लगी। जब भी उनसे कोई पूछता तो वे कुछ नहीं बता पाती। पीडि़ता ने बताया की पिछले माह पिता ने हताश होकर कसम देकर उनसे पूछा कि वह ससुराल क्यों नहीं जा रही। तब पीडि़ता ने पूरी घटना उन्हें बताई। तब पिता ने उन्हें कहा की दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए। और फिर जाकर मामला दर्ज कराया गया।