हल्दीपोखर में रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव के विरोध में आज बाजार पूरी तरह बंद रहा,लोगों ने सीओ को हटाने की मांग की…
जमशेदपुर।झारखण्ड के पूर्वी सिंहभूम जिले के कोवाली थाना क्षेत्र के हल्दीपोखर में रामनवमी विसर्जन जुलूस के दौरान शुक्रवार को हुए विवाद के बाद शनिवार को हल्दीपोखर हाता और हेंसल बाजार पुरी तरह से बंद रहा। इस दौरान हल्दीपोखर बाजार पूरी तरह पुलिस छावनी में तब्दील रहा। क्षेत्र में ग्रामीण एसपी मुकेश कुमार लुणायत, अनुमण्डल दंडाधिकारी पीयूष कुमार सिन्हा, डीएसपी मुसाबनी चंद्र शेखर आज़ाद, एसओ राजीव रंजन दल बल के साथ गश्ती करते हुए लोगो से शांति की अपिल करते रहे।इधर,पदाधिकारियों ने विजय बजरंग अखाड़ा कमेटी के लोगों से भी मुलाकात की।जहां लोगों ने जुलूस के दौरान पत्थरबाजी करनेवाले दूसरे समुदाय पर सख्त कार्रवाई और पोटका के अंचलाधिकारी इम्तियाज अहमद को हटाने की मांग की।
वहीं हल्दीपोखर में रामनवमी विसर्जन जुलूस के दौरान शुक्रवार को हुए विवाद के बाद शनिवार को जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, विधायक संजीव सरदार, पूर्व विधायक मेनका सरदार,भाजपा जिलाध्यक्ष गुंजन यादव, झामुमो नेता सुनील महतो आदि पहुंचे।सभी ने विजय बजरंग अखाड़ा कमेटी के घटना की जानकारी लिया।इस दौरान पदाधिकारी से मिलकर दोषी पर कार्रवाई की मांग किये। सभी ने घायल मुखिया देवी कुमारी भूमिज से मिलकर स्थिति की हालचाल लिये।
बता दें कि विजय बजरंग अखाड़ा हल्दीपोखर शुक्रवार शाम के चार बजे रामनवमी झंडा विसर्जन जुलूस के दौरान दो पक्षों में भिड़ंत के बाद जुलूस का झंडे का अग्र भाग टूट गया था,जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया था। लोग प्रशासन से झंडा टूटने का विरोध कर रहे थे। इसी बीच पश्चिमी भाग और रंकिणी मंदिर के पीछे से दूसरे पक्ष द्वारा पथराव शुरू कर दिया गया। जिसमें हल्दीपोखर पूर्वी पंचायत की मुखिया देवी कुमारी भूमिज गंभीर रूप से घायल हो गयीं। वहीं, पथराव से पोटका सीओ इम्तियाज अहमद, पूर्व मुखिया सैय्यद जबीउल्लाह समेत कई लोग घायल हो गये थे।