झारखण्ड का बेटा कैप्टन करमजीत शहीद…गश्त के दौरान आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आए, आज आएगा पार्थिव शरीर, 5 अप्रैल को थी शादी
राँची।जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में मंगलवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास आईईडी धमाके में झारखण्ड के हजारीबाग के जुलू पार्क निवासी कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी उर्फ पुनीत (25) शहीद हो गए। घटना दोपहर करीब 3:50 बजे भट्टल इलाके में गश्त के दौरान हुई। धमाके में कैप्टन के अलावा दो जवान भी घायल हो गए थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी और नायक मुकेश ने दम तोड़ दिया।सेना की ओर से उनके पिता अजेंद्र सिंह को यह दुखद समाचार दिया गया। शहीद का पार्थिव शरीर आज सुबह 11 बजे राँची एयरपोर्ट आएगा। इसके बाद वाहन से दोपहर 2 बजे हजारीबाग पहुंचेगा। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार कैप्टन करमजीत की शादी तय हो चुकी थी। 5 अप्रैल को वे विवाह बंधन में बंधने वाले थे।
कैप्टन करमजीत सिंह की पढ़ाई गुवाहाटी में हुई थी। वे 2023 में सेना में भर्ती हुए थे। परिजनों ने बताया कि कैप्टन करमजीत 16 जनवरी को एक हफ्ते की छुट्टी पर घर आए थे। इस दौरान वे परिवार में हुई शादी में शामिल हुए। अपनी भी शादी की तैयारियां कीं। 24 जनवरी को वे ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए जम्मू चले गए। कैप्टन करमजीत सिंह की 5 अप्रैल को शादी होने वाली थी।
शहीद के पिता अजेंद्र सिंह का हजारीबाग में ही क्वालिटी टेंट हाउस का व्यवसाय है। जिस समय उन्हें बेटे की शहादत की सूचना मिली, वे पत्नी के साथ एक शादी में थे। अजेंद्र के दो संतानों में कैप्टन कमरजीत बड़े थे। उनकी एक बेटी है, जो अभी पढ़ाई कर रही है।
सेना की जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने राजौरी में हालात की समीक्षा की। एलओसी पर हलचल देखते हुए इलाके में घुसपैठ रोकने के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पिछले चार दिनों में जम्मू क्षेत्र में आतंकियों का यह तीसरा हमला है।सोमवार को भी राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में एलओसी के पास एक सैनिक को सीमा पार से आई गोली लगी थी। वहीं, 8 फरवरी को राजौरी के केरी सेक्टर में आतंकियों ने सेना की गश्ती टीम पर फायरिंग की थी। इसके अलावा, 4 फरवरी की रात पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में एक लैंडमाइन ब्लास्ट में कुछ आतंकियों के हताहत होने की खबर थी।