#Jharkhand:आज एक जवान के हाथ में ग्रेनेड फट गया,घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया..
ध्वजारोहण के बाद जवान के हाथ में ग्रेनेड फटा, घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया
भंडरिया थाना क्षेत्र में हुई घटना, जवान का दाहिना हाथ बुरी तरह जख्मी हो गया
गढवा।भंडरिया थाना क्षेत्र के हेसातु में स्थापित पुलिस पिकेट में ध्वजारोहण के बाद अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (यूबीजीएल) के फटने से पिकेट में पदस्थापित एक जवान घायल हो गया। सूचना के बाद भंडरिया इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी कृष्णा कुमार मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। साथ ही घायल जवान को इलाज के लिए डालटनगंज भेज दिया गया।
घायल जवान की पहचान भक्त बहादुर के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि पिकेट में ध्वजारोहण के दौरान सलामी देने के बाद क्षेत्र भ्रमण के लिए निकलना था। सशस्त्र गृह से जैसे ही उन्होंने हथियार उठाया। इसी दौरान एके-47 में लगा अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (यूबीजीएल) फट गया जिसके कारण भक्त बहादुर घायल हो गया। जवान का दाहिना हाथ बुरी तरह जख्मी हो गया।
क्या होता है अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (यूबीजीएल)
यूबीजीएल का इस्तेमाल सेना में ही होता रहा है। इसकी मारक क्षमता के चलते ही इसे 2010 में नक्सली मोर्चे पर तैनात सुरक्षा बलों को मुहैया करवाया गया। यूबीजीएल से 400 मीटर तक रात में भी निशाना साधकर गोला दागा जा सकता है।
अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (यूबीजीएल) एक 25 सेमी लंबा लांचर है, जो एके 47 और इंसास राइफल के बैरल के नीचे लगाया जाता है। इससे एक मिनट में 5 से 7 गोले 400 मीटर की दूरी तक निशाना साधकर दागे जा सकते हैं। यूबीजीएल से लो फ्लाइंग जोन यानी हेलिकाप्टर के टेक ऑफ या लैंडिंग के वक्त आसानी से निशाना बनाया जा सकता है।