Jharkhand:हजारों लोग पानी पी रहे थे,जब पता चला टंकी में शव है,उल्टियां करने लगे लोग,एनआईटी के लापता छात्र का शव शनिवार देर शाम एनडीआरएफ की टीम ने टंकी से निकाला
एनडीआरएफ की टीम ने काफी मशक्कत के बाद देर शाम छात्र का शव निकाला।
जमशेदपुर।आरआईटी थाना क्षेत्र के पीएचईडी ट्विन पानी टंकी के मेन पाइपलाइन में फंसे शव को एनडीआरएफ की टीम ने दो घंटे की मशक्कत के बाद शनिवार देर शाम 7 बजे निकाल लिया। शव के पॉकेट में मिले आईकार्ड से मृतक की पहचान एनआईटी जमशेदपुर के लापता छात्र 22 वर्षीय राजा कुमार के रूप में हुई। बाद में परिजनों ने शव की शिनाख्त की। एनआईटी में मैकेनिकल ब्रांच के थर्ड ईयर का छात्र राजा 14 फरवरी को साकची के एक लॉज से लापता था।गेट (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग) के लिए राजा दोस्तों संग बरौनी से जमशेदपुर आया था। 14 जनवरी को मानगो में उसकी परीक्षा थी। लेकिन परीक्षा के समय से ही राजा दोस्तों से अलग हो गया, दोस्तों ने काफी खोजबीन की लेकिन नहीं मिला। परिजन 15 फरवरी को शहर पहुंचे और उसकी तलाश कर रहे थे। राजा कुमार के पिता रोशन शाह सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर के रहने वाले हैं।
30 हजार आबादी को 3 दिन तक नहीं मिलेगा पानी,लोगों को उल्टियां आने लगी:
मेयर विनोद श्रीवास्तव ने कहा- पानी टंकी से में शव रहने के कारण आदित्यपुर क्षेत्र की 30 हजार की आबादी को अब 72 घंटे बाद पानी मिलेगा। पाइपलाइन जलापूर्ति बंद रहेगी। टैंकर से पानी की व्यवस्था की गई है।इधर लोगों को जैसे पता चला जिस टंकी का पानी पी रहे थे उसमे शव मिलने की बात से महिलाओं को उल्टियां आने लगी। लोगों ने घर में जमा पानी नाली में बहा दिया।
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की एनआइटी पानी टंकी की पाइपलाइन में सड़ा-गला शव फंसा है।जिस पाइप में शव फंसा है, उसी से आदित्यपुर के आधे हिस्से में जलापूर्ति हो रही थी. एनआइटी की जलापूर्ति में बाधा आने के बाद जांच के दौरान पाइपलाइन में शव होने की बात सामने आयी. जानकारी मिलने पर तत्काल प्रभाव से शुक्रवार को आदित्यपुर समेत शहर के आधे इलाके में जलापूर्ति रोक दी गयी है. पाइप के भीतर दो पैर दिखायी पड़ रहे हैं।टंकी का पानी खाली कराया जा रहा है।शव को बाहर निकालने के लिए राँची से एनडीआरएफ की टीम बुलायी गयी है। शव मंगलवार को या उससे पहले से टंकी से होते हुए पाइप में पहुंचा होगा. हालांकि, इस दौरान उसी पाइपलाइन से जलापूर्ति की जा रही थी।
ऐसे सामने आया मामला:
औद्योगिक क्षेत्र में पहाड़ी पर स्थित पानी की दो टंकियों में एक में शव मिला है।शव मिलने की सूचना पर आरआइटी पुलिस वहां पहुंची. मंगलवार को एनआइटी की जलापूर्ति में बाधा आयी थी।इसके बाद गुरुवार दोपहर से पानी पूरी तरह बंद हो गया था. शुक्रवार दो बजे पाइपलाइन में कचरा जमा होने की आशंका से वॉल्व खुलवाकर जांच की गयी. वहां तक पानी नहीं पहुंचने पर टंकी से जुड़े बेंड को खुलवाया गया।
इसके बाद तेज दुर्गंध आने पर पहले अनुमान लगाया गया कि टंकी में कोई पशु मर गया होगा. बाद में टॉर्च की रोशनी पाइप के भीतर डालने पर आदमी के दो पैर दिखे. यह पता नहीं चल सका है कि कोई इंसान टंकी के भीतर कैसे आया? विभाग के लोगों का कहना है कि टंकी में ऊपर से किसी व्यक्ति के घुसने का कोई रास्ता नहीं है। सिर्फ हवा निकलने के लिए स्थान ही छोड़ा गया है।
टंकी के पास सुरक्षाकर्मियों की होगी तैनाती:घटना के बाद पानी टंकी की सुरक्षा के विषय पर नगर निगम में मेयर विनोद श्रीवास्तव ने बैठक की। पीएचईडी के ईई ने चहारदीवारी ऊंची करने के साथ कंटीले तार से फेंसिंग का सुझाव दिया। उन्होंने क्षतिग्रस्त गेट का निर्माण और 24 घंटे सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की भी बात कही। बैठक में इस प्रस्ताव को तत्काल मंजूर कर कार्य शुरू करने और इसकी जानकारी विभागीय सचिव को देने का निर्णय लिया गया। पीएचईडी के जेई ने कहा- टंकी परिसर में शाम को जबरन एनआईटी के छात्र घुस आते हैं। कीमैन को धमकाते हैं। छात्र वहां नशे का सेवन करते हैं।