Jharkhand:परमवीर चक्र विजेता शहीद अल्बर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का का निधन,पूरे राज्य में शोक की लहर फैल गयी
झारखण्ड न्यूज टीम की ओर से विन्रम श्रधांजलि💐
राँची।झारखण्ड के परमवीर चक्र विजेता शहीद अलबर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का का गुमला में शुक्रवार को निधन हो गया। वे 91 वर्ष की थीं।परमवीर अलबर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का का निधन आज सुबह हो गया।निधन से पूरे इलाके में शोक की लहर फैल गयी।पत्नी बलमदीना का को श्रद्धांजलि देने वालों का ताता लगा हुआ है। गांव के लोगों को निधन से काफी दुख हुआ है।आज ही बलमदीना का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया जायेगा।
कौन थे परमवीर अलबर्ट एक्का:
अलबर्ट एक्का का जन्म 27 दिसम्बर, 1942 को गुमला जिले में हुआ था। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा सी सी स्कूल पटराटोली से की थी. अलबर्ट एक्का का जन्म एक आदिवासी क्षेत्र में हुआ था. एल्बर्ट की दिली इच्छा सेना में जाने की थी। उन्होंने सेना में बिहार रेजिमेंट से अपना कार्य शुरू किया था. जिसके बाद 14 गार्ड्स का गठन हुआ, तब एल्बर्ट अपने कुछ साथियों के साथ वहां स्थानांतरित कर किए गए। एल्बर्ट एक अच्छे योद्धा तो थे ही, यह हॉकी के भी अच्छे खिलाड़ी थे. 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए अल्बर्ट एक्का को राज्य परमवीर चक्र विजेता के रूप में तो जाना जाता है. मगर सम्मान तो त्रिपुरा में किया गया जहां उन्हें दफनाया गया।अगरतला में आदमकद प्रतिमा के साथ ही अल्बर्ट एक्का के नाम पर पार्क और स्कूलों के पाठ्यक्रम में भी उन्हें शामिल किया गया है।
3 दिसंबर 1971 को अलबर्ट एक्का को लगी थी 20 गोलियां
बता दें कि 3 दिसंबर 1971 को बहादुरी दिखाते हुए 29 साल के लांस नायक अल्बर्ट एक्का शहीद हो गये थे।अकेले दुश्मनों के बंकर में घुस बंकर को तबाह कर दिया था. हालांकि खुद भी 20 गोलियां खाईं। इनकी टोली ने कोई 65 दुश्मन पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर कर दिया था।और 15 को बंधक बना लिया था।
इधर उनके निधन से कई वरीय नेताओं ने निधन पर दुख जताया है। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ट्विटर पर अपने संदेश में लिखा- परमवीर चक्र से सम्मानित शहीद लांसनायक अल्बर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का के निधन की दुःखद सूचना मिली। गुमला के चैनपुर में उन्होंने अंतिम सांस ली। ईश्वर उन्हें असीम शांति प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि।
परमवीर चक्र विजेता शहीद अलबर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का का गुमला के चैनपुर,जारी में निधन के खबर से झारखण्ड में मातम का माहौल है। गमगीन माहौल ने नेता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।