Jharkhand:ख़बरें हटके:पति की मौत के बाद महिला ने युवती से की शादी,साथ जीने-मरने की खाईं कसमें,आठ साल से दांपत्य जीवन का निर्वहन कर रहे हैं
गुमला।झारखण्ड के गुमला में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने युवती से शादी रचा ली है। बड़ी बात यह है कि महिला ने युवती से यह शादी अपने पति की मौत के बाद की है। बताया गया कि दोनों ने मंदिर में शादी की है। दोनों शहर के बड़ाएक मोहल्ला में किराये के मकान में रहते हैं। नगर परिषद द्वारा किए जा रहे सर्वे के दौरान यह मामला प्रकाश में आया है। दोनों साथ जीना-मरना चाहते हैं।
21वीं सदी के इस आधुनिक युग में दो बेसहारा महिलाओं ने अपनी भौतिकवादी जीवन को त्याग कर एक दूसरे का सहारा बनने का फैसला लिया। लगभग आठ वर्ष पहले घाघरा के हापामुनी मंदिर में शादी रचाकर गुमला के बड़ाएक मुहल्ला में एक किराए के मकान में रहकर दांपत्य जीवन का निर्वहन कर रहे हैं। गुमला जैसे अति पिछड़ा जिला में समलैंगिक विवाह की बात भले ही आश्चर्य लगता हो, लेकिन यह हकीकत है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब गुमला के आइटी सेल में आधार कार्ड पंजीकरण के लिए नगर परिषद की ओर से कैंप लगाया गया।
कैंप में इस महिला दंपति की मुलाकात नगर परिषद की सामुदायिक संगठनकर्ता विमला देवी से हुई। विमला देवी ने उन दोनों से बातचीत की और उनके आधार कार्ड के साथ-साथ अन्य सुविधा दिलाने का भी फैसला किया। शुक्रवार को वार्ड पार्षद नूतन रानी की ओर से विमला देवी ने दो कंबल और पार्षद ललिता गुप्ता ने एक स्वेटर प्रदान किया जबकि पूर्व पार्षद अजित त्रिपाठी ने दंपति को दो कंबल और दस किलो चावल पहुंचाकर देने का वादा किया।
ऐसी है दोनों की कहानी
नेत्रहीन और नागपुरी स्वर की मलिका हीरामुनी देवी की शादी रायडीह प्रखंड के केमटे लाटू गांव में वान महतो के साथ हुई थी। उस समय उसकी एक आंख खराब थी। वान महतो के दांपत्य जीवन से उसकी एक बेटी सुभद्रा है। हीरामुनी बताती है कि उसके पति की मौत वर्ष 2012 में हो गई। वह अपनी बेटी के साथ अकेले रहनी लगी। उसी साल गांव में एक शादी थी। उस शादी समारोह में भाग लेने के लिए मनोरा की सुनीता आई हुई थी। यहां उन दोनों की मुलाकात हुई।इसके बाद दोनों ने हमेशा-हमेशा के लिए साथ रहने का फैसला ले लिया। हीरामुनी चैनपुर में ग्यारहवीं तक की पढ़ाई की है और सुनीता सातवीं तक। हीरामुनी बताती है कि दोनों की सहमति के बाद वर्ष 2012 में ही हापामुनी मंदिर में पुरोहित की उपस्थिति में शादी कर ली। सुनीता स्वीकार करती है कि वह हीरामुनी को पति मानती है और उसके नाम पर सिंदूर लगाती है, मंगलसूत्र भी पहनती है। इस दांपत्य जीवन से दोनों खुश हैं।
हीरामुनी गाती है नागपुरी गीत
हीरामुनी के स्वर में जादू है। गरीबी के कारण वह गुमनाम है लेकिन नागपुरी की बेहतरीन गायिका है। उसने कहा कि उसका गांव कमेटे में मंच का कार्यक्रम होता है। आसपास के लोग, जो उन्हें जानते हैं, मंचीय कार्यक्रम के लिए बुलाते है। गुमला में एक हजार रुपये के किराये के एक घर में रहती है। जब उन लोगों से पूछा गया कि घर का किराया या भोजन कैसे चलता है, तब हीरामुनी की पत्नी सुनीता कहती है कि वह मजदूरी करती है। लॉकडाउन में काफी परेशानी हुई। इधर कुछ दिनों से काम करने जा रही है।
सौजन्य:डीजी सोशल मीडिया