Jharkhand:प्रेमी की हत्या प्रेमिका ने की थी,प्रेमिका समेत तीन गिरफ़्तार
चतरा।जिले के प्रतापपुर थाना पुलिस ने मुकेश साव हत्या कांड का खुलासा कर लिया है।एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है।बताया जा रहा है कि एसडीपीओ अविनाश कुमार को मिली गुप्त सूचना के आधार पर 24 घंटों के भीतर मुकेश साव हत्याकांड मामले का खुलासा करते हुए घटना में शामिल प्रेमिका समेत तीन हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की गिरफ्तारी प्रतापपुर थाना क्षेत्र के जयपुर गांव से हुई है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू व खून से सना हत्यारा का पैंट भी बरामद किया है।
इस मामले में पुलिस निरीक्षक रंजीत रौशन ने बताया कि मंगलवार की शाम सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के करमडीह टांड़जंगल में अज्ञात युवक का शव पड़ा है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी को दल बल के साथ मौके पर भेजा गया था। घटनास्थल पर पहुंचकर थाना प्रभारी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज मामले की जांच में जुट गए थे। इसी दौरान एसडीपीओ को चौकीदार के माध्यम से जयपुर गांव निवासी सूर्यदेव दास नामक ग्रामीण ने सूचना दी थी कि उसका दामाद एक महिला व एक अन्य साथी के साथ उसके घर आया हुआ है।साथ ही तीनों एक युवक की हत्या चाकू से गोदकर करने की बात कह रहे हैं।
सूचना पर गजवा पुलिस पिकेट और प्रतापपुर थाना पुलिस की संयुक्त टीम त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंची और तीनों को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लेकर जब तीनों से कड़ाई से पूछताछ की गई तो मुकेश साव नामक युवक की हत्या प्रेम प्रसंग को लेकर करने की बात स्वीकार कर ली।
जांच में पता चला कि गया जिला के डुमरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत नंदनी गांव निवासी काजल उर्फ़ गुड़िया का मुकेश से लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी को लेकर दोनों में कुछ विवाद हुआ था। जिससे नाराज प्रेमिका ने अपने दो अन्य साथी बांके बाजार निवासी रविंद्र कुमार और रंजन कुमार के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया। घटना को अंजाम देने के बाद काजल अपने हत्यारे साथी का ससुराल जयपुर आ गई। लेकिन यहां ग्रामीणों को जब कपड़े में खून लगा दिखा तो उनपर शक हुआ। जिसके बाद सभी ने पूछताछ शुरू कर दी। ग्रामीणों के सवालों से घबराए तीनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और घटना में प्रयुक्त चाकू ग्रामीणों को सौंप दिया।
पुलिस निरीक्षक ने बताया कि घटना के उद्भेदन में पुलिस को ग्रामीणों का सकारात्मक सहयोग मिला है। जिसके बदौलत पुलिस 24 घंटों के भीतर हत्याकांड मामले से पर्दा उठाने में सफल हो सकी।