Jharkhand:मजदूर ने पत्नी के इलाज के लिए 20 हजार लिया था कर्ज, ब्याज नहीं दे पाया तो बेटे काे रख लिया गिरवी,महाजन ने 1 साल कराई बंधुआ मजदूरी..
कोडरमा। झारखण्ड में कर्ज में डूबे बेबस मजदूराें काे किस हद से गुजरना पड़ता है,इसकी बानगी काेडरमा में देखी जा सकती है। 20 हजार रुपए कर्ज का ब्याज देने में असमर्थ रहने पर मजदूर पिता ने अपने 9 साल के बेटे काे महाजन के पास गिरवी रख दिया। उसने पत्नी के इलाज के लिए कर्ज लिया था। महाजन बच्चे से बंधुआ बाल मजदूरी करा रहा था।चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) काे सूचना मिलने पर गुरुवार काे एक साल बाद बच्चे काे मुक्त कराया गया।मामला नवलशाही के चौन्ठी-असनाबाद गांव का है। सीडब्ल्यूसी कोर्ट ने बच्चे के माता-पिता का बयान दर्ज कर लिया है। उसके बाद बच्चे को चिल्ड्रेन होम भेज दिया है।
महाजन नौकर बनाए हुए था, गाय चरवाता था
इधर बच्चे के पिता ने बताया कि 2018 में पत्नी बीमार पड़ी थी। इलाज के लिए पैसाें की जरूरत थी। इंतजाम नहीं हाे सका ताे पास के कुंडीधनवार गांव के चेतलाल पांडेय से ब्याज पर 20 हजार रुपए कर्ज लिया। पैसाें का ज्यादा दबाव पड़ने पर माता-पिता ने नवंबर 2019 में अपने कलेजे के टुकड़े काे महाजन काे साैंप दिया। चेतलाल एक साल से बच्चे से गाय चराने और घर का काम ले रहा था।